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Bus Accident: खाटूश्यामजी जा रही बस भीषण हादसे का शिकार; 6 से अधिक श्रद्धालु घायल, ड्राइवर की हालत गंभीर

Bus Accident: फरीदाबाद से श्रद्धालुओं को लेकर खाटूश्यामजी जा रही बस पलसााना के पास सड़क हादसे का शिकार हो गई। दुर्घटना में 6 से अधिक श्रद्धालु घायल हुए हैं। ड्राइवर की हालत गंभीर है। हादसे की वजह घना कोहरा बताया जा रहा है।

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सीकर

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Kamal Mishra

Nov 01, 2025

sikar bus accident

सड़क हादसे में क्षतिग्रस्त बस (फोटो-पत्रिका)

पलसाना। राष्ट्रीय राजमार्ग 52 पर शनिवार अल सुबह घने कोहरे के दौरान शाहपुरा स्टैंड के पास पहले से दुर्घटनाग्रस्त होकर खड़े ट्रेलर में एक श्रद्धालुओं से भरी बस पीछे से जा टकराई। हादसे में बस चालक सहित 6 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए। घायलों को पलसाना अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां से चालक को सीकर रेफर किया गया है।

जानकारी के अनुसार शाहपुरा और ठीकरिया के बीच अलसुबह चार बजे के करीब एक ट्रेलर कार को बचाने के प्रयास में अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़कर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसके बाद ट्रेलर मौके पर खड़ा रहा। बाद में साढ़े पांच बजे के करीब क्षतिग्रस्त ट्रेलर में एक बस भी पीछे से जा टकराई। बस फरीदाबाद से श्रद्धालुओं को लेकर खाटूश्यामजी जा रही थी।

हादसे में ये लोग हुए घायल

हादसे में बस चालक दीनू (50) निवासी फरीदाबाद, पीयूष (19) पुत्र शिवरतन निवासी दिल्ली, रवि (30) पुत्र श्रीराम, मधु (35) पत्नी रवि व अनुष्का (32) पत्नी मोहित गुप्ता निवासी फरीदाबाद घायल हो गए। बाद में घायलों को 108 एंबुलेंस से पलसाना के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद चालक दीनू को सीकर रैफर किया गया। हादसे के बाद बस में सवार श्रद्धालु दूसरी बस के इंतजार में कई घंटों तक ठंड के दौरान सड़क किनारे ही बैठे रहे।

कोहरे के कारण हुआ हादसा

क्षेत्र में शुक्रवार रात से ही कोहरा छा गया था। जैसे-जैसे रात चढ़ी घना कोहरा छा गया। अल सुबह ट्रेलर के आगे चल रही कार ने अचानक ब्रेक लगाए तो ट्रेलर चालक नियंत्रण खो बैठा और ट्रेलर डिवाइडर पर चढ़ गया। ट्रेलर में जिप्सम भरा हुआ था। बाद में कोहरे के कारण ही बस चालक को ट्रेलर दिखाई नहीं दिया और बस ट्रेलर से जा टकराई।

नहीं है हाइड्रोलिक क्रेन

हाईवे पर आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं। इस दौरान कई भारी वाहन भी सड़क हादसे का शिकार हो जाते हैं। बाद में दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से वह मौके से चलने की स्थिति में नहीं रहते। ऐसे में वाहनों को क्रेन मंगवाकर ही हटवाना पड़ता है। ऐसे में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से टोल वसूली तो की जा रही है, लेकिन हाइड्रोलिक क्रेन की व्यवस्था नहीं होने से भारी वाहनों को हटाने के लिए निजी क्रेन मंगवानी पड़ती है। ऐसे में रात के समय कई बार क्रेन नहीं मिलती और भारी वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर सड़क पर ही खड़े रहते हैं, जिससे उनसे और भी हादसे हो जाते हैं। जबकि हादसे होने पर दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को हटाना उनकी जिम्मेदारी है।