
फोटो- पत्रिका नेटवर्क
Rajasthan News: सीकर जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र में पिछले दिनों नेशनल हाईवे-11 पर बाइक के साथ मिली अधजली लाश के ब्लाइंड मर्डर मामले का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने मुख्य आरोपी महिला सीता को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके जीजा पवन कुमार और अन्य साथियों की तलाश के लिए टीमें दबिश दे रही हैं।
महिला ने कबूल किया कि वह मृतक युवक दयाचंद जाट (33) के साथ तीन साल से प्रेम संबंध में थी, लेकिन बदनामी और किराए के मकान छुड़वाने से परेशान होकर जीजा के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। हत्या के बाद शव को बाइक समेत जलाकर हादसे का रूप देने की कोशिश की गई। इस घटना से सदमे में दयाचंद की मां सिंगारी देवी की भी मौत हो गई।
फतेहपुर कोतवाली थाना अधिकारी सुरेंद्र सिंह देगड़ा ने बताया कि 10 अक्टूबर को सुबह 8 बजे सूचना मिली थी कि चित्रकूट बालाजी धाम के पीछे से गुजर रहे नेशनल हाईवे-11 पर एक बाइक सहित अधजला शव पड़ा है। पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो शव की शिनाख्त फतेहपुर निवासी दयाचंद जाट के रूप में हुई।
दयाचंद के भाई पूरण चंद ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। पूरण चंद ने बताया कि 9 अक्टूबर की शाम को दयाचंद अपनी बाइक से घर से निकला था। रात 9:30 बजे दयाचंद के मोबाइल से किसी अज्ञात व्यक्ति ने पूरण को कॉल कर कहा कि वे प्लॉट देखने जा रहे हैं। रात ढाई बजे दयाचंद के नंबर से उनकी भांजी को फोन गया, लेकिन आवाज स्पष्ट नहीं आई। सुबह शव अधजली हालत में हाईवे किनारे मिला।
पुलिस जांच में सामने आया कि दयाचंद पिछले 2-3 साल से एक महिला सीता से संपर्क में था। संदेह के आधार पर सीता से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने हत्या की पूरी साजिश कबूल कर ली। सीता मूलत: हरियाणा के फतेहाबाद जिले की रहने वाली है। पति से अनबन के चलते वह पिछले 8 साल से फतेहपुर थाना क्षेत्र में अपने बच्चों के साथ किराए के मकान में रह रही थी।
वह निजी स्कूलों में खाना बनाकर परिवार का पालन-पोषण करती थी। तीन साल पहले दयाचंद उसके किराए के मकान में बिजली के उपकरण ठीक करने आया था। इसी दौरान दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और दयाचंद ने सीता से प्रेम जताना शुरू कर दिया। दयाचंद ने शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की, लेकिन सीता के इनकार करने पर वह अफवाह फैलाने लगा कि सीता गलत काम करती है।
इस बदनामी के चलते सीता का किराए का मकान छूट गया। वह जहां भी नया मकान लेती, दयाचंद अफवाहें फैलाकर किरायेदारों को भगा देता और मकान खाली करवा देता। इससे तंग आकर सीता ने अपने जीजा पवन कुमार (निवासी हुडेरा, फतेहपुर) को पूरी कहानी सुनाई। पवन ने सीता को दयाचंद को हुडेरा की ओर लाने को कहा।
9 अक्टूबर को सीता दयाचंद को बहला-फुसलाकर हुडेरा ले गई। वहां सुनसान जगह पर कार से आए पवन और उसके साथियों ने दयाचंद को रोक लिया। रातभर लाठियों और डंडों से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी।
हत्या के बाद आरोपी चित्रकूट बालाजी धाम के पीछे नेशनल हाईवे-11 के पास ले गए। वहां दयाचंद की बाइक और शव पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी, ताकि यह हादसा लगे। पुलिस को मौके से अधजला शव और बाइक बरामद हुई। सीता ने पूछताछ में कहा कि दयाचंद उसे लगातार बदनाम कर रहा था, जिससे उसकी जिंदगी मुश्किल हो गई थी। वह किराए के मकान नहीं रख पाती थी और समाज में इज्जत खराब हो रही थी।
थाना अधिकारी देगड़ा ने बताया कि सीता को गिरफ्तार कर लिया गया है। जीजा पवन और उसके अन्य साथियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है। टीमें हुडेरा और आसपास के इलाकों में दबिश दे रही हैं। मामले में हत्या, साजिश और सबूत मिटाने के आरोप लगाए गए हैं।
Updated on:
28 Oct 2025 06:33 pm
Published on:
28 Oct 2025 06:09 pm
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