Project Cheetah india: मध्यप्रदेश के कूनो में प्रोजेक्ट चीता के तीन साल पूरे। (फोटो: सोशल मीडिया)
MP News: मध्य प्रदेश के जंगल टूरिस्ट से गुलजार हैं… टाइगर रिजर्व और नेशनल पार्क में वाइल्डलाइफ लवर्स की भीड़ उमड़ रही है। पर्यटक यहां सफारी का मजा ले रहे हैं। आलम ये है कि अक्टूबर का पूरा महीना एडवांस बुकिंग से फुल है। खासतौर पर कूनो नेशनल पार्क टूरिस्ट की पसंद बना हुआ है। क्योंकि यहां सफारी के दौरान उन्हें बाघ, तेंदुओं के साथ ही चीतों का दीदार भी हो रहा है।
बता दें कि ऐसा पहली बार है जब भारत की धरती पर टूरिस्ट चीते को जंगलों में दौड़ता, आराम करता देख रहे हैं। घने जंगलों से घिरे घास के मैदानों में नजर आए चीते टूरिस्ट का दिल जीत रहे हैं। उनके लिए सफारी के ये पल यादगार और सबसे रोमांचक बन गए हैं।
चीते को देख एक पल के लिए तो टूरिस्ट की सांसें थम गईं। लेकिन इस पल ने उन्हें रोमांच से भर दिया। वीडियो में चीता आराम करता नजर आ रहा है। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि टूरिस्ट उसे देख रहे हैं और वो सिर उठाकर टूरिस्ट को देख रहा है।
बता दें कि मानसून सीजन के बाद एमपी वाइल्डलाइफ लवर्स के लिए 1 अक्टूबर से जंगल की दुनिया के दरवाजे खोले गए हैं। सफारी के लिए टाइगर रिजर्व और नेशनल पार्क के लिए एडवांस बुकिंग शुरू हो चुकी है। अगर आप भी सफारी का मजा लेना चाहते हैं, और भारत और एमपी के जंगल के इस नए प्राणी चीते को देखना चाहते हैं तो यहां देखें सफारी का पूरा टाइम टेबल...
बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में चीतों को ट्रांसलोकेट किया गया है। साउथ अफ्रीका और नामीबिया से लाकर चीतों को यहां फिर से बसाया गया है। 73 साल पहले भारत की धरती से विलुप्त हुए चीतों ने एक बार फिर भारत के जंगलों को आबाद करना शुरू कर दिया है। बता दें कि भारतभर में मध्य प्रदेश ही वर्तमान में ऐसा टूरिस्ट प्लेस बन गया है जहां लोगों को चीता देखने को मिल रहा है।
वर्तमान में मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में 29 चीते हैं। इनमें से 3 चीते अपने दूसरे घर गांधी सागर अभयारण्य में हैं, जबकि कूनो नेशनल पार्क में 26 चीते हैं। इन 26 में से 19 शावक चीते हैं।
एक टूरिस्ट रश्मि शरद का कहना है कि ये पल हमारी लाइफ में शायद ही कभी दोबारा आए। लेकिन चीता देखकर वे धन्य हो गईं। इस पल को वो और उनका परिवार कभी नहीं भूल पाएगा।
Published on:
14 Oct 2025 01:02 pm
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