
सिवनी. एसपी सुनील मेहता ने कोतवाली का प्रभार एक बार फिर से सतीश तिवारी को सौंप दिया है। वे डूंडासिवनी थाना में पदस्थ थे। इससे पहले वे लंबे समय तक कोतवाली की कमान संभाल चुके हैं। वहीं डूंडासिवनी थाना प्रभारी चैनसिंह उइके को बनाया गया है। वे पुलिस लाइन में थे। बता दें कि बीते 26 अक्टूबर को कोतवाली टीआई किशोर वामनकर का स्थानांतरण नरसिंहपुर एवं बरघाट थाना में पदस्थ कार्यवाहक प्रधान आरक्षक शेखर सिंह बघेल का स्थानांतरण पांढुर्ना कर दिया गया था। बताया जाता है कि यह कार्रवाई बालाघाट कोतवाली थाना के मालखाना से 55.13 लाख रुपए और जेवरात चोरी होने के मामले में की गई थी। बालाघाट कोतवाली के मालखाने से लाखों रुपए एवं जेवरात चोरी होने के मामले में सिवनी के दो पुलिसकर्मी का नाम सामने आया था। सिवनी कोतवाली थाना क्षेत्र में जुआ फड़ चलाने वाला विकास उर्फ गोलू लाला के मोबाइल से सिवनी के दो पुलिसकर्मियों की चैट व रिकॉर्डिंग मिली। उसमें आरोपी विकास श्रीवास्तव उर्फ गोलू लाला व आरोपी पुलिसकर्मियों से लेनदेन, पुलिस अधिकारी के लिए उपहार खरीदने की बात सामने आई थी। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि दोनों पुलिसकर्मी जुआ फड़ को संरक्षण देते थे। इसके लिए प्रतिदिन आरोपी गोलू लाला उनको मोटी रकम देता था। सिवनी कोतवाली क्षेत्र में संचालित जुआ फड़ पर आसपास के जिलों के साथ दूसरे राज्य के जुआरी खेलने जाते थे। बालाघाट कोतवाली थाना का प्रधान आरक्षक व मालखाना प्रभारी राजीव पंद्रे भी जुआ खेलने आता था। इस मामले में बीते दिनों बालाघाट पुलिस सिवनी पहुंची थी और आरोपी गोलू लाला को गिरफ्तार कर बालाघाट ले गई। पुलिस ने आरोपी के घर से 13 लाख रुपए भी जब्त किए थे। इसके अलावा संदेह के आधार पर प्रधान आरक्षक को नोटिस भी दिया था।
पैतृक गांव से तीसरा आरोपी ब्रजेश गिरफ्तार
कोतवाली में बालाघाट पुलिस की शिकायत पर 15 से अधिक लोगों पर शासकीय कार्य में बांधा पहुंचाने, जान से मारने की धमकी देने सहित अन्य धाराओं में दर्ज किए गए मामले में पुलिस ने तीसरे आरोपी ब्रजेश राजपूत को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे पैतृक गांव से हिरासत में लिया। बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। बता दें कि बालाघाट के कोतवाली के मालखाने से रुपए एवं जेवर चोरी होने के मामले में संदिग्ध भैरोगंज निवासी प्रधान आरक्षक योगेश राजपूत के घर बीते 18 अक्टूबर को बालाघाट पुलिस नोटिस देने आई थी। आरोप है कि इस दौरान योगेश ने अपने भाई ब्रजेश सहित अन्य लोगों के साथ मिलकर पुलिस से धक्कामुक्की की और जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में बालाघाट पुलिस ने कोतवाली में मामला दर्ज कराया। जिसके आधार पर पुलिस ने सोमवार को आरोपी अखिलेश एवं ओमप्रकाश गिरफ्तार कर लिया। वहीं मंगलवार को ब्रजेश को गिरफ्तार किया गया। हालांकि अभी भी मुख्य आरोपी योगेश राजपूत फरार है। इसके अलावा प्रकरण में अन्य आरोपियों की पुलिस जल्द गिरफ्तारी करेगी।
दो जिलो ंकी पुलिस कर रही तलाश
बालाघाट कोतवाली थाना के मालखाना से 55.13 लाख रुपए और जेवरात चोरी होने के मामले में बालाघाट एवं सिवनी पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है। वहीं शासकीय कार्य में बांधा डालने के मामले में भी पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। प्रधान आरक्षक योगेश राजपूत 19 अक्टूबर से घर से लापता है। अब तक उसकी कोई खबर नहीं लगी है। बालाघाट एवं सिवनी पुलिस उसे जगह-जगह तलाश रही है। बता दें कि बालाघाट पुलिस के नोटिस देने के बाद 19 अक्टूबर को प्रधान आरक्षक एक पत्र लिखकर घर से लापता हो गया।
Published on:
29 Oct 2025 10:55 am
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