
फाइल फोटो-पत्रिका
सवाईमाधोपुर। प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत खण्डार उपखण्ड क्षेत्र में तीन सौर ऊर्जा प्लांट लगाए जा रहे हैं, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए सस्ती और निरंतर बिजली उपलब्ध हो सकेगी। इस पहल को किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और खेती को सुगम करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
कोसरा गांव में 3.91 मेगावाट, सिंगोर कलां में 3.84 मेगावाट और बहरावण्डा कलां में 2.65 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए किसानों से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
सौर ऊर्जा प्लांट लगाने वाली कंपनी ने किसानों की भूमि 27 वर्षों के लिए लीज पर ली है। इसमें 25 वर्षों तक बिजली उत्पादन किया जाएगा, जबकि एक वर्ष प्लांट स्थापना और एक वर्ष हटाने में लगेगा। कंपनी की ओर से किसानों को प्रति बीघा प्रतिवर्ष 32,000 रुपए का भुगतान किया जाएगा। साथ ही भूमि धारक परिवार के दो सदस्यों को प्लांट में चौकीदारी की नौकरी भी दी जाएगी।
कंपनी मैनेजर ओमप्रकाश गुर्जर ने बताया कि एक मेगावाट सौर ऊर्जा प्लांट से प्रतिदिन 500 यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। कोसरा और सिंगोर कलां में 20–20 बीघा तथा बहरावण्डा कलां में 17 बीघा भूमि पर ये प्लांट स्थापित किए जाएंगे। इससे किसानों को आर्थिक संबल मिलेगा और वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
वर्तमान में सरकार कोयले से उत्पादित बिजली 7 रुपए प्रति यूनिट की दर से खरीद रही है, जबकि सौर ऊर्जा से बिजली 3.04 रुपए प्रति यूनिट में तैयार होती है। इससे किसानों को 4 से 5 रुपए प्रति यूनिट की बचत होगी। योजना के सफल क्रियान्वयन के बाद किसानों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध हो सकेगी, जिससे सिंचाई कार्य निर्बाध रूप से किया जा सकेगा।
खण्डार उपखण्ड की बहरावण्डा कलां उप तहसील के तीन गावों में पीएम कुसुस योजना के तहत सौर ऊर्जा के तीन प्लांट स्वीकृत हुए हैं। इसके लिए जमीन अधिग्रहण कर कार्य शुरू कर दिया है। शीघ्र ही किसानों को सस्ती दर में बिजली मिल सकेगी। इससे किसान आत्मनिर्भर बनने के साथ मजबूत होंगे। -ओमप्रकाश गुर्जर, मैनेजर, सौर उर्जा प्लांट, दौसा
Published on:
01 Nov 2025 05:12 pm
बड़ी खबरें
View Allसवाई माधोपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग

