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खेलते-खेलते मौत के मुंह में पहुंची 2 साल की बच्ची! गले में फंसा क्लेचर, डॉक्टरों ने ऐसे बचाई जान

संतकबीरनगर में मासूम बच्ची के साथ दिल दहला देने वाली घटना हुई। खेलते वक्त उसने गलती से क्लेचर मुंह में डाल लिया। जो गले में फंस गया। सांस रुकने लगी। खून निकलने लगा। डॉक्टरों ने एक घंटे की कड़ी मेहनत के बाद बच्ची की जान बचाई।

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Santkabir nagar

सांकेतिक फोटो जेनरेट Ai

उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां खेलते-खेलते दो साल की एक मासूम बच्ची ने गलती से क्लेचर (हेयर क्लिप) मुंह में डाल लिया। क्लेचर गले में फंस गया। जिससे बच्ची की सांस रुकने लगी। वह जोर-जोर से रोने लगी। जब मां ने देखा तो बच्ची के मुंह से खून निकल रहा था। घबराए माता-पिता तुरंत उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे।

डॉक्टरों ने बच्ची का एक्स-रे करवाया। लेकिन उसमें पूरा क्लेचर दिखाई नहीं दिया। सिर्फ उसमें लगी धातु की कील नजर आ रही थी। एनेस्थीसिया विभाग के प्रमुख डॉ. संतोष त्रिपाठी ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद क्लेचर को सफलतापूर्वक बाहर निकाला। यह घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के कुईकोल गांव की है। बच्ची की मां हरिभजन देवी ने बताया कि वह सुबह रसोई में खाना बना रही थीं। तभी बाहर खेल रही उनकी बेटी करिश्मा अचानक रोने लगी। जब वह पहुंचीं तो देखा कि करिश्मा के मुंह से खून बह रहा था। वह बोल भी नहीं पा रही थी। उन्होंने तुरंत अपने पति को बुलाया। इसके बाद बच्ची को अस्पताल पहुंचाया।

डॉक्टर बोले अगर कुछ मिनट और बीत जाता तो थम सकती थी बच्ची की सांस

डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि बच्ची के गले से लगातार खून निकल रहा था। वह बहुत दर्द में थी। जांच में पता चला कि क्लेचर सांस की नली और खाने की नली के बीच फंसा हुआ था। स्थिति बेहद नाजुक थी। डॉक्टर ने कहा, “अगर कुछ मिनट और देर हो जाती तो सांस की नली में खून भर जाने से बच्ची की जान चली जाती। समय रहते की गई डॉक्टरों की त्वरित कार्रवाई से बच्ची की जान बच गई। फिलहाल बच्ची की हालत स्थिर बताई जा रही है।