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अफगानिस्तान में तालिबान के विदेश मंत्री पहुंच रहे देवबंद दारुल उलूम, फोर्स तैनात

Deoband : ये प्रतिनिधि मंडल दारुल उलूम के पदाधिकारियों और तलबा से भी मिलेगा। देवबंद दारुल उलूम में अफगानिस्तान के करीब 16 छात्र पढ़ रहे हैं।

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Deoband

प्रतीकात्मक फोटो ( स्रोत चैट जीपीटी )

Deoband :तालिबान सरकार के कार्यवाहक विदेश मंत्री का काफिला शनिवार आज देवबंद दारुल उलूम पहुंच रहा है। यह प्रतिनिधि मंडल, संस्था के प्रबंध तंत्र और यहां के तलबाओं से मुलाकात करेगा। अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मौलाना आमिर खान मुत्ताकी इन दिनों भारत यात्रा पर हैं। उनकी इस यात्रा में देवबंद दारुल उलूम का दौरा भी शामिल है। सुबह करीब साढ़े दस बजे उनका दारुल उलूम में पहुंचने का प्रोग्राम है। इसके लिए देवबंद में स्वागत और सुरक्षा के बड़े इंतजाम किए गए हैं।

Deoband में भारी सुरक्षा बल तैनात

अफगानिस्तान में तालिबान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मौलाना आमिर खान मुत्ताकी और उनके प्रतिनिधि मंडल का देवबंद का प्रोग्राम आने के बाद से ही प्रशासन में हलचल है। जब तक यह प्रतिनिधि मंडल देवबंद में रहेगा तब तक यहां कड़ी निगरानी रखी जाएगी। माना जा रहा है कि करीब साढ़े दस बजे तक यह प्रतिनिधि मंडल दारुल पहुंच जाएगा। दारुल उलूम के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी और प्राचार्य व जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी पहले दारुल उलूम के गेस्ट हाउस में उनसे मुलाकात करेंगे। दारुल उलूम की लाइब्रेरी में उनके स्वागत का कार्यक्रम रखा गया है। मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने मीडियाकर्मियों को जानकारी दी है कि, प्रशासन और अफगानी दूतावास की ओर से उन्हे इस बारे में पहले ही सूचित कर दिया गया था कि प्रतिनिधि मंडल शनिवार को पहुंच रहा है। इसी क्रम में स्वागत की तैयारियां की गई हैं।

देवबंद दारुल उलूम की तालीम को मानता है तालिबान

अफगानिस्तान का तालिबान नेतृत्व देवबंद दारुल उलूम की तालीम को अपनाता है। देवबंद दारुल उलूम के अलावा देवबंद में स्थित अन्य मदरसों में भी अफगानिस्तान के तलबा दीनी तालीम ले रहे हैं। ये सभी प्राइवेट वीजा पर दीनी तालीम लेने के लिए आते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि तलबाओं से मिलने के बाद तालिबान के विदेश मंत्री केंद्र सरकार से यह मांग कर सकते हैं कि अफगानी तलबा को दारुल उलूम देवबंद समेत भारत देश के अन्य इस्लामिक मदरसों में शिक्षा पाने के लिए शैक्षिक वीजा दिए जाएं।