
सड़कों पर दौड़ते इलेक्ट्रिक रिक्शा
बीना. शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है, लेकिन चार्जिंग की व्यवस्था शहर में कहीं नहीं है और घरों में लगे मीटर से ही वाहन चार्ज किए जा रहे हैं। निजी वाहनों के साथ-साथ व्यवसायिक वाहनों के लिए भी अलग से मीटर नहीं लगवाया जा रहा है। जबकि पूर्व में बिजली कंपनी ने अलग से मीटर लगवाने के आदेश भी जारी किए थे।
शहर में 500 से ज्यादा इलेक्ट्रिक रिक्शा चल रहे हैं। इसके बलावा लोग इलेक्ट्रिक कार, स्कूटी भी खरीद रहे हैं, लेकिन चार्जिंग स्टेशन एक भी नहीं है। व्यावसायिक वाहन चार्ज करने के लिए लोग घरों में लगे मीटरों का उपयोग कर रहे हैं, जिससे इनकी चार्जिंग महंगी पड़ रही है, इसके लिए वाहन मालिक अलग से मीटर नहीं लगवा रहे हैं।
7 से 8 यूनिट बिजली की होती है खपत
जानकारी के अनुसार घरों में गाड़ी चार्ज करने पर 7 से 8 यूनिट बिजली जलती है, जिससे यह महंगा पड़ता है। यदि चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएं, तो यह सस्ता पड़ेगा। साथ ही यह सुरक्षित भी होगी।
दो चार्जिंग स्टेशन के लिए आए थे आवेदन, जमा नहीं की राशि
दस माह पहले शहर में दो चार्जिंग स्टेशन के लिए बिजली कंपनी में आवेदन आए थे, जिसमें एक स्टेशन रोड और दूसरा कुरवाई रोड के लिए था, लेकिन राशि जमा न होने से आवेदन निरस्त करने की कार्रवाई की जा रही है।
बिजली कंपनी दे रही सुविधा
चार्जिंग स्टेशन बनाने वालों के लिए बिजली कंपनी भी सुविधा दे रही है, कनेक्शन लेने वालों के लिए सिर्फ कनेक्शन की राशि देना होगी। यदि ट्रांसफॉर्मर लगाने की जरूरत पड़ेगी, तो कार्य बिजली कंपनी की तरफ से किया जाएगा, इसके लिए कनेक्शन लेने वाले व्यक्ति से राशि नहीं ली जाएगी।
राशि नहीं की जाम
चार्जिंग स्टेशन के लिए दो आवेदन आए थे, लेकिन कई माह बीत जाने के बाद राशि जमा न करने से आवेदन निरस्त हो जाएंगे। इसके अलावा अभी किसी व्यक्ति ने आवेदन नहीं किए हैं।
बीएस तोमर, एइ, बिजली कंपनी
Published on:
26 Oct 2025 12:00 pm
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