जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर वर्तमान शासन नायक भगवान महावीर स्वामी का 2552 वां निर्वाण महोत्सव 21 अक्टूबर को मनाया जाएगा। भाग्योदय तीर्थ में मुनि विमल सागर महाराज के ससंघ सानिध्य में 40 परिवार 2552 दीपक जलाकर के निर्वाणोत्सव मनाएंगे। पूरे देश में 21 अक्टूबर को लाडू चढ़ाए जाएंगे और उसके पश्चात दीपावली पूजन होगा।
मुनि सेवा समिति के अनुसार निर्माण महोत्सव की तैयारी सभी जैन मंदिरों में प्रारंभ हो गई हैं। सभी जैन मंदिरों में सुबह 6.30 बजे से अभिषेक शांति धारा, भगवान महावीर स्वामी की पूजन के बाद लाडू चढ़ाया जाएगा। जहां-जहां मुनि संघ और आर्यिका संघ विराजमान है उनके सानिध्य में लाडू चढ़ाया जाएगा।
मुनि संघ के सानिध्य में 40 परिवार 64-64 दीपक भाग्योदय के चंद्रप्रभ जिनालय में जलाकर के निर्वाणोत्सव लाडू लाडू चढ़कर के मनाएंगे। जैनागम के अनुसार गुरु पूर्णिमा पर चातुर्मास की स्थापना होती है और दीपावली के दिन 20 अक्टूबर को चातुर्मास के निष्ठापन भक्तियां पढ़कर के मुनि संघ और आर्यिका संघ उपवास के साथ संपन्न करते हैं। 24 अक्टूबर को दोपहर में पुरानी पिच्छिका के स्थान पर नई पिच्छिका श्रावक जोड़े के साथ संयम का नियम लेकर करते हैं। पिच्छिका देने वाले और लेने वालों को संयम के मार्ग पर चलना होता है। इन कार्यक्रमों में हजारों श्रावक उपस्थित रहते हैं।
Published on:
17 Oct 2025 04:17 pm
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