सागर. वन विभाग के अधिकारियों और मैदानी अमले की लापरवाही से जिले में 7.4 हजार एकड़ वन भूमि पर सालों से अतिक्रमण है। वनभूमियों पर कब्जा करने वालों आसपास के ग्रामीणों के अलावा माफिया भी शामिल हैं। विभाग ने सालों पहले वन भूमियों पर हुए कब्जों की जानकारी भी एकत्रित कर ली थी। उनके पास एक-एक अतिक्रमणकारी और उसके कब्जे में कितनी वन भूमि है यह पूरा रेकार्ड है। इसके बाद भी जिम्मेदार वनभूमि पर से कब्जा हटाने की दम नहीं जुआ पाए। विभागीय सूत्रों के अनुसार वन भूमियों पर कब्जा कर खेती के साथ अवैध उत्खनन के साथ वन संपदा को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार जिले के उत्तर व दक्षिण वन मंडल में 13 रेंज हैं और ऐसी कोई भी क्षेत्र नहीं है, जहां पर वनभूमि पर कब्जा न हो। विभाग के पास जो पूर्व के आंकड़े हैं उसके अनुसार 7.4 हजार एकड़ वनभूमि पर अतिक्रमण चिन्हित है, लेकिन यदि सही से जांच-पड़ताल हो जाए तो यह आंकड़ा बढ़कर 20 हजार एकड़ के ऊपर पहुंच सकता है। बताया जा रहा है कि कई जगह पर राजनीतिक संरक्षण के चलते एक-एक व्यक्ति के कब्जे में 300 से 400 एकड़ वनभूमि है।
कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी वन भूमियों पर हुए अतिक्रमण को हटाने आदेश जारी किया है। विभाग के अनुसार न्यायालय ने आदेश में अधिसूचित वन भूमियों को एक साल के अंदर वापस लेने या फिर उनका मूल्य वसूलने की बात कही है। इसमें कोई वनभूमि राजस्व या अन्य विभाग को हस्तांतरित की गई है या किसी संस्था या व्यक्ति को आवंटित हुई है तो उसे वापस लेना होगा। यदि जमीन सार्वजनिक हित में वापस नहीं ली जा सकती, उसका मूल्य वसूल करना होगा।
वन विभाग ने लंबे समय बाद बीते कुछ दिनों में बेदखली की कार्रवाई करते हुए उत्तर वन मंडल की करीब 600 एकड़ भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराई है। विभाग के अनुसार इसमें बंडा वन परिक्षेत्र की अलग-अलग दो जगहों की लगभग 235 एकड़ और बांदरी वन परिक्षेत्र की करीब 370 एकड़ वनभूमि शामिल है। इसमें से 150 एकड़ जमीन पर फेंसिंग करने के बाद पौधरोपण की भी तैयारी पूरी कर ली गई है।
2.96 लाख एकड़ वन क्षेत्र उत्तर वन मंडल का
3.08 लाख एकड़ वन क्षेत्र दक्षिण वन मंडल का
07 हजार एकड़ वन क्षेत्र भूमि पर कब्जा
600 एकड़ से हटाया गया अतिक्रमण
वन भूमियों पर पूर्व से चिन्हित अतिक्रमण को लेकर बेदखली की कार्रवाई कर रहे हैं। उत्तर व दक्षिण में करीब 7 हजार एकड़ जमीन पर कब्जा है, जिसमें से लगभग 600 एकड़ मुक्त करा ली है। यह कार्रवाई अभी लगातार जारी रहेगी।
चंद्रशेखर सिंह, डीएफओ, उत्तर वन मंडल
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Published on:
19 Jun 2025 05:12 pm