
Health case
भीम. उपखंड क्षेत्र की जसाखेड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालय स्थित एक निजी क्लीनिक पर मंगलवार को इलाज के दौरान सात वर्षीय मासूम बच्चे की मौत हो गई। सूलीयाखेड़ा निवासी दूदसिंह ने बताया कि उसका बेटा विशालसिंह (7) सर्दी-जुकाम से पीड़ित था। वह उसे इलाज के लिए जसाखेड़ा स्थित एक निजी क्लीनिक पर लेकर गया, जहां चिकित्सक ने एक इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगने के कुछ ही देर बाद बच्चे को खून की उल्टी शुरू हो गई, जिसके बाद डॉक्टर ने दूसरा इंजेक्शन लगा दिया। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर परिजन बच्चे को लेकर उप जिला चिकित्सालय, भीम जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही विशालसिंह ने दम तोड़ दिया।
बच्चे की मौत की खबर फैलते ही परिजनों ने भीम उपजिला चिकित्सालय परिसर में निजी चिकित्सक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने हाई डोज इंजेक्शन लगाया, जिससे बच्चे की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। उन्होंने दोषी चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई और क्लीनिक को सील करने की मांग पर जोर दिया।घटना की सूचना मिलते ही भीम सीआई भंवरलाल कुमावत, उपखंड अधिकारी विकास कुमार शर्मा, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण कुमार सैनी सहित प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे।
अधिकारियों ने परिजनों को सांत्वना दी और निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया।डॉ. प्रवीण कुमार सैनी ने जसाखेड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. रामनिवास मीणा को निर्देश दिया कि संबंधित निजी क्लीनिक को तुरंत सील किया जाए। वहीं, एसडीएम विकास शर्मा और सीआई भंवरलाल कुमावत ने परिजनों व ग्रामीणों से वार्ता कर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू करवाई। सीआई भंवरलाल कुमावत ने बताया कि परिजनों की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया है। पुलिस ने मासूम के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया है।
Published on:
04 Nov 2025 06:52 pm
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