Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

परिवहन विभाग में सुस्ती! HSRP का महत्व, 2.5 लाख की लागत पर सिर्फ 62 हजार में रजिस्ट्रेशन…

HSRP News: जिले में 2019 के पहले खरीदे गए कुल ढाई लाख वाहनों का रजिस्ट्रेशन होना बाकी है, अब तक केवल 62 हजार वाहनों के ही रजिस्ट्रेशन हो पाए हैं।

2 min read
Google source verification
HSRP लगाने में सुस्ती! 1.89 लाख वाहनों में से सिर्फ 17% ने लगवाया, बाकी पर होगी कार्रवाई...(photo-patrika)

HSRP लगाने में सुस्ती! 1.89 लाख वाहनों में से सिर्फ 17% ने लगवाया, बाकी पर होगी कार्रवाई...(photo-patrika)

HSRP News: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में वाहनों के हाई-सिक्योरिटी नंबर प्लेट रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बेहद धीमी गति से चल रही है। जबकि जिले में 2019 के पहले खरीदे गए कुल ढाई लाख वाहनों का रजिस्ट्रेशन होना बाकी है, अब तक केवल 62 हजार वाहनों के ही रजिस्ट्रेशन हो पाए हैं। यह स्थिति तब है जब सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पूरे देश में इस नियम को लागू किया गया है और अन्य राज्यों में इस दिशा में तेजी से कार्य हो रहा है।

HSRP News: क्या होगा इसका लाभ

हाई-सिक्योरिटी नंबर प्लेट का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि वाहन चोरी होने पर इस प्लेट को बदलना संभव नहीं होगा, और यदि किसी वाहन के नंबर प्लेट से छेड़छाड़ की जाती है तो वह जल्दी पकड़ में आ जाएगा। इसके अलावा, यह प्लेट ट्रैफिक पुलिस के लिए भी काम को आसान बनाएगी, क्योंकि यह प्लेट एकीकृत फॉन्ट और स्टाइल में होती है, जो आसानी से पढ़ी जा सकती है।

हाई-सिक्योरिटी नंबर प्लेट से न केवल ट्रैफिक नियमों का पालन सख्ती से सुनिश्चित होता है, बल्कि यह वाहन चोरी पर भी प्रभावी नियंत्रण रखने में मदद करती है। इस प्लेट पर एक यूनिक लेजर ब्रांडेड 10 अंक का स्थानीय पहचान कोड होता है, और इसे किसी अन्य वाहन पर उपयोग नहीं किया जा सकता, जिससे वाहन चोरी होने पर भी आसानी से पहचान की जा सकती है। यह रजिस्ट्रेशन वाहन चोरी रोकने और ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए बेहद जरूरी है। हालांकि, यदि इस प्रक्रिया में ढिलाई जारी रही, तो यह नियम अन्य राज्यों की तरह प्रभावी रूप से लागू नहीं हो पाएगा।

जिले में प्रचार की कमी बनी हुई

हालांकि आरटीओ की ओर से शुरुआत म कैंप लगाए गए थे, लेकिन अब इस दिशा में कोई प्रचार अभियान या कैंप नहीं लगाए जा रहे हैं, जिसके कारण लोग इस रजिस्ट्रेशन में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इसके विपरीत, देश के अन्य राज्यों में इस प्रक्रिया को लेकर तेजी से काम किया जा रहा है।

राजनांदगांव में यह है स्थिति

आरटीओ आनंद शर्मा के अनुसार जिले में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का कार्य चल रहा है, और अब तक लगभग 60 से 62 हजार वाहनों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। छत्तीसगढ़ को दो जोन में बांटा गया है, और इसके लिए दो ही अधिकृत वेंडर हैं, जहां से हाई-सिक्योरिटी नंबर प्लेट उपलब्ध हो सकती है।

अशोक चक्र का होलोग्राम दिखेगा

यह नंबर प्लेट एल्यूमीनियम से बनी होती है, जिसमें बाएं कोने में नीले रंग का क्रोमियम आधारित अशोक चक्र का होलोग्राम होता है। इसके अलावा, ट्रैफिक पुलिस के लिए इसे पढ़ना भी आसान होता है, जिससे उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ चालान करना भी सरल हो जाता है।