Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

हिंदूवादी नेता ने इकरा हसन पर की अमर्यादित टिप्पणी

कैराना से समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन के खिलाफ हिंदू रक्षा दल की अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने विवादित बयान दिया है। गुरुवार को उनका 25 सेकेंड का एक वीडियो सामने आया।

2 min read
"जिसने तलवार के डर से सलवार पहन ली वह…" हिंदूवादी नेता ने इकरा हसन से किया सवाल

हिंदूवादी नेता ने इकरा हसन से किया सवाल

कैराना से समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन के खिलाफ हिंदू रक्षा दल की अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने विवादित बयान दिया है। गुरुवार को उनका 25 सेकेंड का एक वीडियो सामने आया। वीडियो में पिंकी चौधरी कहते दिखे कि इकरा हसन ने यह कैसे कहा कि वह गुर्जर है। उन्होंने कहा, "जिसने तलवार के डर से सलवार पहनी हो, वह गुर्जर कैसे हो सकती है। गुर्जर हमारी ताकतवर और क्षत्रिय कौम है।" चौधरी ने इसे जिहादी भी करार दिया और सांसद के भाई पर भी आरोप लगाए कि उसने एसडीएम को गाली दी थी।

वीडियो की तारीख की नहीं हुई पुष्टि

इस वीडियो की तारीख की पुष्टि नहीं हो पाई है। वीडियो में पिंकी चौधरी कुछ लोगों के साथ बैठकर सांसद के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां करते नजर आ रहे हैं। दरअसल, बुधवार को इकरा हसन सहारनपुर जिले के गंगोह क्षेत्र के छापुर गांव में गई थीं। वहां उन्होंने गांव वालों के सामने कहा कि उन्हें मुल्ली और आतंकवादी कहा जा रहा है। उन्होंने कैराना के पूर्व सांसद प्रदीप कुमार पर इशारा करते हुए आरोप लगाया कि उनके समर्थक यह सब उनके कहने पर कर रहे हैं।

"असली महापुरुष वे लोग थे जिन्होंने समाज को जोड़ा"

दरअसल, इकरा हसन ने बुधवार को छापुर गांव में ग्रामीणों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्मस्थल को नुकसान पहुंचाना बिल्कुल गलत है। इस मामले में जिन लोगों को जेल भेजा गया, उनका उन्होंने कभी समर्थन नहीं किया और न ही किसी के पक्ष में कोई फोन किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग समाज को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और खुद को महापुरुष बताना चाहते हैं, जबकि असली महापुरुष वे लोग थे जिन्होंने समाज को जोड़ा।

इकरा हसन ने आगे कहा कि विरोध करना हर किसी का अधिकार है, लेकिन विरोध के दौरान धर्म, जाति और महिलाओं के खिलाफ जो भाषा इस्तेमाल की गई, वह समाज को तोड़ती है। जब वह चुनाव जीती थीं, तब हर धर्म और जाति के लोगों ने उन्हें अपनी बेटी और बहन मानकर वोट दिया था।

"क्या मैं आपके समाज की बेटी नहीं हूं?"

उन्होंने कहा कि आज उन्हें जो गालियां दी जा रही हैं, वह सिर्फ उनका नहीं बल्कि इस क्षेत्र की हर महिला का अपमान है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी धर्म या जाति की राजनीति नहीं की और हमेशा सबको साथ लेकर चलने की कोशिश की। अगर किसी को उनका काम पसंद नहीं है, तो पांच साल बाद लोग उन्हें बदल सकते हैं। उन्होंने लोगों से सवाल किया, "क्या मैं आपके समाज की बेटी नहीं हूं?"