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Bihar Weather: बिहार में छठ महापर्व के बाद मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है। बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवाती तूफान ‘मोंथा (Montha)’ का असर राज्य पर दिखने वाला है। मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 30 और 31 अक्टूबर को राज्य के कई हिस्सों में भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है। इस दौरान कई जिलों में तेज हवाओं और वज्रपात का खतरा भी रहेगा।
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, ‘मोंथा’ पश्चिम-मध्य और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर सक्रिय है। रविवार सुबह यह चेन्नई से लगभग 520 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व में केंद्रित था। अगले 24 घंटे में इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और फिर उत्तर-पूर्व दिशा में मुड़ने की संभावना है। 28 अक्टूबर की शाम तक यह एक ‘गंभीर चक्रवाती तूफान’ (Severe Cyclonic Storm) का रूप ले सकता है और आंध्र प्रदेश तट के आसपास दस्तक देगा। इस दौरान हवाओं की रफ्तार 90 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है।
मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात के कमजोर होने के बाद यह प्रणाली छत्तीसगढ़ और ओडिशा होते हुए 30 अक्टूबर को झारखंड और बिहार की ओर बढ़ेगी। इस दौरान राज्य के दक्षिणी और उत्तरी जिलों में मूसलाधार बारिश देखने को मिल सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार 30 अक्टूबर को बक्सर, कैमूर, औरंगाबाद, गया, जहानाबाद, पटना, नालंदा, भागलपुर और मुंगेर में भारी बारिश की संभावना है। इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसी तरह सुपौल, अररिया, किशनगंज, जमुई और शेखपुरा जिलों में अति भारी वर्षा की संभावना है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा और सुपौल जिलों में अति भारी बारिश की संभावना है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया और गोपालगंज में भी भारी वर्षा के आसार को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
IMD ने चेतावनी दी है कि बारिश के साथ-साथ कई इलाकों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। इसके साथ मेघगर्जन और वज्रपात की भी आशंका है। लोगों को सलाह दी गई है कि आंधी-बारिश के समय पेड़ों, बिजली के खंभों और खुले मैदानों से दूर रहें।
IMD के वैज्ञानिक आशीष कुमार ने बताया कि तूफान के चलते राज्य के कई हिस्सों में भारी वर्षा की स्थिति बनेगी। उन्होंने कहा, “यह तूफान जैसे-जैसे कमजोर होगा, बारिश का दायरा और तापमान में गिरावट दोनों बढ़ेंगे।” इससे नवंबर की शुरुआत में बिहार में सर्दी की दस्तक तेज हो सकती है।
मौसम विभाग ने किसानों और आम लोगों के लिए कई एहतियाती सलाहें जारी की हैं। विभाग ने कहा है कि पकी हुई फसलों की तुरंत कटाई कर सुरक्षित जगह पर भंडारण करें। खेतों में रखे अनाज और सब्जियों को बारिश से बचाएं। आने वाले 2-3 दिनों तक सिंचाई कार्य रोक दें। वज्रपात के समय मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करें।
Updated on:
27 Oct 2025 05:29 pm
Published on:
27 Oct 2025 05:28 pm
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