
पाली के रेलवे स्टेशन के नए बिल्डिंग की प्रदर्शनी का अवलोकन करने के दौरान अधिकारियों से चर्चा करते रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव।
पाली। लघु उद्योग भारती की ओर से पाली में स्वावलंबन एवं स्वरोजगार के क्षेत्र में नया अध्याय लिखा जा रहा है। जिससे 15 हजार से अधिक लोगों को सीधा रोजगार मिल रहा है। पाली का यह मॉडल अब देश में अपनी पहचान बनाएगा। मॉडल का गुरुवार को केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी कुमार वैष्णव ने जायजा लिया। उन्होंने पाली के हेमावास गांव में चूड़ी पर नगीने लगाने व चूड़ी बनाने, खेतावास औद्योगिक क्षेत्र में मशीनों से मिट्टी के सिकोरे बनाने व सेवा समिति की ओर से संचालित वृद्धाश्रम में सिलाई मशीन, मेहंदी व ब्यूटीपार्लर सहित अन्य प्रशिक्षण देकर महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के प्रकल्प देखे।
लघु उद्योग भारती के मीडिया प्रभारी ललित मालू ने बताया कि रेल मंत्री ने हेमावास गांव में चूड़ी पर नगीने लगाने की मशीन देखी। एक मशीन पर 10 से 15 महिला कार्य करती हैं। नया गांव रीको औद्योगिक क्षेत्र में स्थित मिट्टी के बर्तन निर्माण की मशीन देखी। जिसमें बिना किसी केमिकल के मिट्टी के कुल्हड बनाए जा रहे है। उसे ददेखकर उन्होंने रेलवे में यहां बने मिट्टी के सिकोरे उपयोग करने की घोषणा की।
उन्होंने महिलाओं से संवाद भी किया। इस दौरान प्रभारी मंत्री झाबरमल खर्रा, उद्योग मंत्री केके विश्नोई, राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रकाशचंद्र गुप्ता, सांसद पीपी चौधरी, पूर्व विधायक ज्ञानचंद पारख, जिला कलक्टर एलएन मंत्री, पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू, लघु उद्योग भारती के निवृत्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शांतिलाल बालड, प्रदेश उपाध्यक्ष महावीर चौपड़ा, जोधपुर प्रांत महासचिव सुरेश बिश्नोई, राजस्थान के संयुक्त सचिव विनय बम्ब, जोधपुर अंचल के सयुंक्त सचिव राहुल मेहता, कमल किशोर गोयल उपस्थित रहे।
Published on:
25 Sept 2025 08:16 pm
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