
सांडेराव ग्राम सेवा सहकारी समिति के बाहर एकत्र हुए किसान। फोटो- पत्रिका
पाली। मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबी योजना के तहत काश्तकारों को मिलने वाला नि:शुल्क चना बीज वितरण को लेकर क्षेत्र में हंगामा हो गया। भाचुंदा, बिठूड़ा, अनोपपुरा सहित कई गांवों के किसानों को सांडेराव ग्राम सेवा सहकारी समिति में बुलाया तो गया, लेकिन वहां पहुंचने पर पता चला कि बीज का वितरण तो एक दिन पहले ही कर दिया गया।
ग्राम सेवक लक्ष्मण चौधरी ने चार गांवों के किसानों का बीज सांडेराव समिति में मंगवाकर शुक्रवार को ही वितरण की कार्रवाई पूरी कर दी थी। भाचुंदा, बिठूड़ा और अनोपपुरा सहित आसपास के गांवों के किसान शनिवार सुबह जब बीज लेने पहुंचे, तो ग्राम सेवक नहीं मिला। किसान वहां करीब तीन घंटे इंतजार करते रहे।
इसके बाद उन्होंने मारवाड़-गोडवाड़ जन कल्याण सेवा समिति अध्यक्ष जयदेव सिंह राणावत को सूचना दी। राणावत मौके पर पहुंचे और ग्रामसेवक से फोन पर बात की। चौधरी ने बताया कि योजना का बीज शुक्रवार को ही बांट दिया गया है। यह सुनते ही किसान भड़क गए और सहकारी समिति परिसर में नारेबाजी शुरू कर दी।
किसानों का आरोप है कि उनके गांव के लिए आया बीज ग्राम सेवक ने मनमाने ढंग से अपने चहेतों को दे दिया और अंगूठे का फर्जी निशान लगा दिया। तेजाराम देवासी भाचुंदा, जसाराम मेघवाल बिठुड़ा, वनाराम मेघवाल अनोपुरा, विक्रम चौधरी व लहरी देवी अनोपपुरा सहित कई काश्तकारों ने कहा कि हमारे गांव में ही वितरण होना चाहिए था, हमें 30 किलोमीटर दूर क्यों बुलाया गया। किसान नेता राणावत ने किसानों की शिकायत पर सुमेरपुर उपखंड अधिकारी कालूराम कुमार से बातचीत की, जिन्होंने शीघ्र जांच कर समाधान का आश्वासन दिया।
यह वीडियो भी देखें
मुख्यमंत्री बीज स्वालंबन योजना के तहत जनरल काश्तकारों के लिए चने के सिर्फ 150 किट मिले थे और 75 किट एससी के लिए मिले। पिछले वर्ष भी बीज वितरण के दौरान भाचुंदा में लोगों ने हंगामा किया था। इसलिए इस बार बीज साण्डेराव सहकारी समिति में उतारा और काश्तकारों को वितरित कर रहे थे। जिनके जमीन नहीं है वे लोग भी पहुंचे और हंगामा करने लगे। चार गांवों में 1200 किसान हैं और किट सिर्फ 225 ही मिले हैं।
Updated on:
26 Oct 2025 03:37 pm
Published on:
26 Oct 2025 03:33 pm
बड़ी खबरें
View Allपाली
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग

