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भारत में आतंक फैलाने वाले 5 सबसे ज़हरीले साँप: एक बार काटें तो बचना मुश्किल !

Most Venomous Snakes in India: भारत में पाए जाने वाले कुछ साँप इतने ज़हरीले होते हैं कि एक बार काटने पर जानलेवा साबित हो सकते हैं।

2 min read

भारत

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MI Zahir

Sep 22, 2025

Most Venomous Snakes in India

ज़हरीला साँप। ( फोटो: एएनआई.)

Most Venomous Snakes in India: मानसून सीजन में सॉंप अपने बिलों से बाहर आ जाते हैं और लोगों की जान पर खतरा मंडराने लगता है। भारत में इस बार मानसून अब तक विदा नहीं हुआ है और सॉंपों का खतरा बना हुआ है। भारत में सैकड़ों प्रजातियों के साँप (Most venomous snakes in India) पाए जाते हैं, लेकिन इनमें से कुछ ही ऐसे हैं, जो अपने ज़हर से इंसान की जान ले सकते हैं। हर साल हजारों लोग,खासकर ग्रामीण इलाकों में साँप के काटने(Deadly Indian snakes) का शिकार होते हैं। यहाँ हम बात कर रहे हैं उन 5 खतरनाक भारतीय साँपों (Snakebite deaths India) की, जो एक बार काट लें तो जल्दी इलाज न मिलने पर मौत भी हो सकती है।

किंग कोबरा – साँपों का राजा

किंग कोबरा दुनिया का सबसे लंबा ज़हरीला साँप है, जो लगभग 18 फीट तक बढ़ सकता है। यह साँप आमतौर पर जंगलों में पाया जाता है और बहुत ज़्यादा ज़हर छोड़ता है। इसका ज़हर सीधे नर्व सिस्टम पर हमला करता है, जिससे शरीर लकवाग्रस्त हो सकता है और सांस लेना बंद हो सकता है। अच्छी बात यह है कि यह इंसानों से दूर रहना पसंद करता है, इसलिए इसके हमले दुर्लभ होते हैं।

रसेल वाइपर – खेतों का खतरनाक शिकारी

रसेल वाइपर भारत में सबसे ज़्यादा लोगों को काटने वाले साँपों में से एक है। यह खेतों, झाड़ियों और गाँवों के पास ज्यादा देखा जाता है। इसका ज़हर खून को जमा होने से रोकता है, जिससे भीतरूनी रक्तस्राव और गुर्दों की खराबी हो सकती है। इसके काटने से पीड़ित को झटके, जलन और सूजन का सामना करना पड़ता है।

इंडियन कोबरा – नागिन नहीं, जानलेवा हकीकत

भारतीय कोबरा या चश्मेवाला नाग अक्सर मंदिरों और खेतों के पास देखा जाता है। इसका ज़हर बहुत ताक़तवर होता है और यह नसों और दिल दोनों पर असर करता है। एक बार काटने पर शरीर सुन्न हो सकता है, सांस रुक सकती है और दिल की गति धीमी हो सकती है। यह भारत के बिग फोर (चार सबसे ज़हरीले साँपों) में से एक है।

सॉ-स्केल्ड वाइपर – छोटा लेकिन घातक

यह साँप आकार में भले ही छोटा होता है, लेकिन इसके काटने का असर बड़ा होता है। इसके शरीर पर रेशेदार स्केल होते हैं जो खतरे में आवाज़ पैदा करते हैं। इसका ज़हर खून और टिशू को नष्ट करता है, जिससे तेज़ सूजन, अंग खराब होना और भीतरूनी चोटें हो सकती हैं। यह सूखे, पथरीले और झाड़ीदार इलाकों में पाया जाता है।

बैंडेड क्रेट – रात का चुपचाप मारने वाला साँप

बैंडेड क्रेट आमतौर पर रात में सक्रिय रहता है और बहुत शर्मीला होता है। यह जलाशयों, गीले जंगलों और धान के खेतों के पास पाया जाता है। इसका ज़हर मस्तिष्क और स्नायु तंत्र को प्रभावित करता है, जिससे लकवा और मौत तक हो सकती है। हालांकि यह कम काटता है, पर एक बार काट ले तो खतरा गंभीर होता है।

सावधानी ही बचाव है

इन साँपों के काटने से बचने के लिए जरूरी है:

खेतों या झाड़ियों में जूते पहनकर जाएं।

रात में टॉर्च का उपयोग करें।

अगर साँप काट ले, तो तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचें।

एंटीवेनम (विषरोधक) समय पर मिले तो जान बचाई जा सकती है

बहरहाल भारत में साँप का काटना केवल जंगल की बात नहीं रह गई है, यह एक जन स्वास्थ्य संकट बन चुका है। खासकर ग्रामीण इलाकों में जागरूकता, समय पर इलाज और सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का होना बेहद ज़रूरी है। ज़हरीले साँपों से डरना नहीं, सावधान रहना ही सबसे अच्छा उपाय है।