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तेजप्रताप ने अपनी पाटी की लहर का किया दावा, कहा- हम सरकार बना कर बिहारियों का पलायन रोकेंगे

प्रताप यादव ने दावा किया है कि राज्य में उनकी पार्टी की लहर है और सत्ता में आने पर वह बिहार को बेरोज़गारी मुक्त बनाकर राज्य से पलायन को रोकेंगे।

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भारत

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Himadri Joshi

Oct 29, 2025

Tej Pratap Yadav

तेज प्रताप यादव Photo-IANS)

विधानसभा चुनावों की तारीख़ें नजदीक आने के साथ ही बिहार में राजनीतिक हलचल तेज़ होती जा रही है। सभी पार्टियां जीतने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं और उनके नेता जनसभाओं और रैलियों के ज़रिए वोटों की अपील कर रहे हैं। इस दौरान राजनेताओं द्वारा वोटरों को लुभाने के लिए कई बड़े-बड़े दावे भी किए जा रहे हैं। इस कड़ी में अब जनशक्ति जनता दल के चीफ तेज प्रताप यादव का एक नया बयान सामने आया है। तेज प्रताप ने दावा किया है कि राज्य में उनकी पार्टी की लहर है और सत्ता में आने पर वह बिहारियों का दूसरे राज्यों में पलायन रोक देंगे।

हम बिहार को बेरोज़गारी मुक्त बनाएंगे- तेजप्रताप

तेज प्रताप ने राजधानी पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, जैसे ही हमारी जनशक्ति जनता दल की सरकार बनेगी, हम पलायन रोकने का काम करेंगे। हम बिहार को बेरोज़गारी मुक्त बनाएंगे। उन्होंने आगे कहा, मैं जहां भी जाऊंगा, वहां जनशक्ति जनता दल की लहर होगी। बता दें कि, पिता लालू प्रसाद यादव द्वारा परिवार और पार्टी (आरजेडी) से निकाले जाने के बाद कुछ ही समय पहले तेज प्रताप ने नई पार्टी का गठन किया है। तेज प्रताप इसी नई पार्टी के बैनर तले इस बार के चुनाव लड़ रहे हैं और वह यह साफ कर चुके हैं कि वह लौट कर आरजेडी में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा, उस पार्टी में लौटने से अच्छा मौत को चुनना होगा।

भाई तेजस्वी पर पिता की छत्रछाया, मुझ पर नहीं - तेज प्रताप

अलग पार्टी बनाने के बाद अब लालू के दोनों बेटे, तेज प्रताप और तेजस्वी, चुनावी मैदान में आमने-सामने हैं। कई मौकों पर दोनों के बयानों से यह साफ नज़र आता है कि परिवार के भीतर अभी वर्चस्व की लड़ाई जारी है। वैसे तो तेज प्रताप लालू के बड़े बेटे हैं, पर उनका कहना है कि उनके पिता की छत्रछाया उनके छोटे भाई तेजस्वी और राहुल गांधी पर है। तेजस्वी ने कहा, पिता लालू की छत्रछाया में रहकर तेजस्वी खुद को जननायक बता रहे हैं। जबकि सच्चे जननायक वे होते हैं जो जनता से सीधे जुड़कर उनके बीच में काम करते हैं। तेज प्रताप ने आगे कहा, कर्पूरी ठाकुर, महात्मा गांधी और बाबा साहेब असली जननायक थे। उन्होंने यह भी कहा, हमारे ऊपर उनकी (पिता लालू) की छत्रछाया नहीं है, हमारे ऊपर तो राज्य के गरीबों और नौजवानों की छत्रछाया है।