
11 साल की छात्रा के साथ मारपीट (File Photo)
चेन्नई के पुझुथिवक्कम में ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन (GCC) के प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाली 11 साल की पांचवीं कक्षा की छात्रा को गंभीर हालत में गुंडी के कलैग्नर सेंटेनरी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल (KCSH) में भर्ती किया गया है। छात्रा को सिरदर्द और उल्टी की शिकायत थी, जो स्कूल की हेडमिस्ट्रेस के. इंदिरा गांधी द्वारा स्याही गिराने की वजह से 9 अक्टूबर को दी गई शारीरिक सजा के बाद शुरू हुई। डॉक्टरों को संदेह है कि छात्रा के मस्तिष्क में हल्का रक्तस्राव (सबड्यूरल हेमेटोमा) हुआ है।
निजी लैब की सीटी स्कैन रिपोर्ट में मस्तिष्क में रक्तस्राव की पुष्टि हुई है। केसीएसएच के सूत्रों के अनुसार, छात्रा को बुधवार को बुखार और मस्तिष्क में खून जमा होने के कारण न्यूरोलॉजी विभाग के आईसीयू में भर्ती किया गया। वह होश में और स्थिर है, लेकिन स्थिति गंभीर बनी हुई है।
जीसीसी ने हेडमिस्ट्रेस को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन आदेश के अनुसार, इंदिरा गांधी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उन्होंने छात्रा को "उसके भले के लिए" रूलर से मारा था, जिससे उसके हाथ-पैर में सूजन आ गई थी, जो बाद में ठीक हो गई। हालांकि, छात्रा के माता-पिता का दावा है कि सहपाठियों ने बताया कि उसे इतनी जोर से डंडे से पीटा गया कि डंडा टूट गया।
घटना वाले दिन, छात्रा की मां ने उसके हाथ-पैर में सूजन और सिरदर्द की शिकायत देखी। छात्रा ने बताया कि टीचर ने उसके बाल भी खींचे थे। पिता ने बताया कि हेडमिस्ट्रेस ने फोन पर स्वीकार किया कि उन्होंने छात्रा को दो बार मारा। अगले दिन, पिता स्थानीय वार्ड काउंसलर जेके मणिकंदन के साथ स्कूल गए, जहां कई छात्रों ने घटना की पुष्टि की।
उसी दौरान छात्रा को फिर से सिरदर्द हुआ, जिसके बाद उसे पहले शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और फिर एक निजी अस्पताल ले जाया गया। निजी अस्पताल में तीन दिन के इलाज का बिल लगभग 30,000 रुपये आया, जिसे काउंसलर मणिकंदन ने चुकाया। इसके बावजूद सिरदर्द और उल्टी की समस्या बनी रही, जिसके बाद उसे केसीएसएच में भर्ती किया गया।
Published on:
25 Oct 2025 02:04 pm
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