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दिन में मोटरसाइकिलों पर सवार होकर करते रैकी, रात में करते चोरी, अब तक करोड़ों का माल चुरा चुके गुलेल गैंग के सदस्य

नागौर पुलिस की बड़ी कार्रवाई : लाखों की नकबजनी का खुलासा, करीब 10 लाख के आभूषण बरामद, गैंग का नाबालिग सदस्य निरूद्ध

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नागौर. पुलिस ने सिलसिलेवार हुई नकबजनी की वारदातों का खुलासा किया है। कोतवाली थाना पुलिस टीम ने अंतरराज्यीय बावरिया गैंग (गुलेल गैंग) के एक नाबालिग सदस्य को निरूद्ध कर करीब 10 लाख के सोने के आभूषण बरामद किए हैं। इस संबंध में पहले भी एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका था।

गौरतलब है कि गत 22 व 23 सितम्बर की रात नागौर शहर के गुरुकृपा नगर क्षेत्र के चार बंद मकानों तथा मेडता सिटी में एक मकान और एक दुकान के ताले तोड़कर लाखों रुपए के जेवरात और नकदी चोरी किए गए थे।

चोरी की वारदातों का खुलासा करने के लिए नागौर वृत्ताधिकारी के सुपरविजन में थाना स्तर की टीम गठित की गई। एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि एएसपी सुमित कुमार तथा डीएसपी रामप्रताप विश्नोई के निकटतम सुपरविजन में कोतवाली थानाधिकारी वेदपाल शिवराण की टीम ने 23 सितम्बर को दर्ज प्रकरण में एक नाबालिक को निरूद्ध किया है।

सात वारदातों को दिया अंजाम

पुलिस के अनुसार 23 सितम्बर को लटियालों की ढाणी, हरिमा हाल नागौर के गुरुकृपा नगर निवासी मूलचंद लटियाल रिपोर्ट देकर बताया कि 22 सितम्बर की शाम को वह गांव में रुक गया। रात में चोर ताला तोडकर मकान में रखे 14 तोला सोने व चांदी के जेवरात, 7 लाख रुपए नकद तथा कीमती सामान चुरा ले गए। इसी प्रकार नागौर निवासी रामकिशोर के व एक अन्य बंद मकान का ताला तोडकर चोरी करने तथा मेड़तासिटी में बबलू के बंद मकान व जाकिर के किराणा की दुकान का शटर तोड़ने, सकिल के गिलोल की चोट मारने सहित कुल 7 वारदातें की।

इस प्रकार करते वारदात

गिरफ्तार आरोपी बावरिया गैंग सक्रिय सदस्य हैं, जिन्होंने पूछताछ मेें पुलिस को बताया कि गैंग में करीब 10-15 लोग शामिल है। इनमें लगभग सभी के पास मोटरसाइकिल है। वारदात के समय सभी सदस्य मुख्य सरगना के डेरे पर एकत्रित होते हैं। ये लोग दिन के समय आम सडक के किनारे स्थित मकानों की रैकी कर अपनी गैँग के साथ दिन के समय में वारदात करने के लिए निकल जाते हैं। वारदात के दौरान फर्जी नम्बर प्लेट या बिना नम्बरी मोटरसाइकिल उपयोग में लेते हैं। दिन के समय गैंग के सदस्य गांव- कस्बाें में अपनी मोटरसाइकिलों से घूमते रहते हैं। जैसे ही गांव-कस्बे के मुख्य सड़क के आसपास कोई बंद मकान या दुकान मिलती है और जिसमें कोई व्यक्ति नहीं हो, उसके सामने बाइक खडी करके गैंग के 2-3 सदस्य अन्दर घुसते हैं। बाकी बाहर रहकर निगरानी रखते हैं। चोरी के बाद अपनी विपरीत दिशा की तरफ रास्ते छकाते हुए भाग जाते हैं। गैंग के सदस्य अपने बचाव एवं डराने के लिए गिलोल (गुलेल), पत्थर, लकडी के डण्डे एवं अन्य सामान अपने पास रखते हैं।

कार्रवाई करने वाली टीम

गुलेल गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार करके दस लाख का सोना बरामद करने की कार्रवाई में , हैड कांस्टेबल विक्रम सिंह, कांस्टेबल राकेश सांगवा, राजू गौराण, अशोक जेठू सहित डीएसटी के कांस्टेबल सुरेश, दिनेश, नेमीचन्द, कन्हैया व नरसी शामिल रहे।