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कांग्रेस ही नहीं इस पार्टी को भी है राज ठाकरे की मनसे से ‘परहेज’, कहा- ऐसे लोगों के साथ चुनाव नहीं लड़ेंगे

वरिष्ठ नेता अबू आजमी ने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) ऐसे लोगों के साथ नहीं रह सकती जो मस्जिदों के बाहर आकर लाउडस्पीकर हटाने की बात करते हैं।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Oct 31, 2025

Raj Thackeray and Uddhav Thackeray unite

राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे (Photo: IANS)

महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। मुंबई महानगरपालिका (BMC Election) समेत जिला परिषद, नगर पालिका और महानगर पालिकाओं के चुनावों की तारीखों की घोषणा जल्द होने वाली है। इससे पहले सभी सियासी दल अपने-अपने मतदाताओं को साधने की कोशिश में जुटे हैं। कई दल नई संभावनाएं भी तलाश रहे है। इस बीच ठाकरे भाईयों उद्धव और राज ने सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन से मुकाबला करने के लिए लगभग दो दशक बाद हाथ मिला लिया है। हालांकि दोनों भाईयों का साथ आना विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सभी दलों को रास नहीं आ रहा है। पहले कांग्रेस और अब समाजवादी पार्टी (सपा) ने राज ठाकरे की मनसे के साथ गठबंधन में दिलचस्पी नहीं दिखाई है।

महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने मनसे के साथ गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा कि पार्टी उन लोगों के साथ नहीं रह सकती जो समुदायों के बीच नफरत फैलाने की राजनीति करते हैं।

इससे पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाडी (MVA) में शामिल किए जाने की अटकलों पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा था, एमवीए को किसी नए साथी की जरूरत नहीं है।

इसके बाद अब भिवंडी में पत्रकारों से बात करते हुए अबू आजमी ने कहा, “हम ऐसे लोगों के साथ नहीं रह सकते जो हमारी मस्जिदों के बाहर आकर लाउडस्पीकर हटाने की बात करते हैं, उत्तर प्रदेश के लोगों को गालियां देते हैं और मराठी भाषा के नाम पर अत्याचार करते हैं। जो लोग गंगा के पानी को बदबूदार बोले, जहां करोड़ों लोग आस्था से स्नान करते है। समाजवादी पार्टी कभी भी ऐसे लोगों के साथ चुनाव नहीं लड़ सकती है।”

उनके इस बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब राज्य में आगामी चुनावों को लेकर विभिन्न दलों के बीच गठबंधन की संभावनाओं पर चर्चा चल रही है। आजमी के इस स्पष्ट रुख से यह भी संकेत मिलता है कि समाजवादी पार्टी बीएमसी चुनाव में महाविकास आघाड़ी (MVA) के साथ नहीं बल्कि स्वतंत्र लड़ सकती है।

बता दें कि महाविकास आघाडी में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और एनसीपी (शरद पवार) शामिल है। ये तीनों दल इंडिया अलायंस का भी हिस्सा है। जबकि सपा भी इंडिया अलायंस में शामिल है।