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दुबई में बैठे ठग ने हेड कांस्टेबल को बनाया शिकार, जूम मीटिंग से शुरू हुई दोस्ती; ट्रांसफर कराए 20 लाख

Moradabad News: यूपी पुलिस के हेड कांस्टेबल ओमेंद्र कुमार से दुबई में बैठे ठग ने 20 लाख रुपये ठग लिए। जूम मीटिंग में निवेश पर मुनाफे का झांसा देकर आरोपी ने रकम मंगवाई। जब फायदा नहीं मिला तो उसने कॉल उठाना बंद कर दिया। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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दुबई में बैठे ठग ने हेड कांस्टेबल को बनाया शिकार | AI Generated Image

Scam with head constable 20 lakh: यूपी के मुरादाबाद जिले से साइबर ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दुबई में बैठे एक ठग ने उत्तर प्रदेश पुलिस के हेड कांस्टेबल ओमेंद्र कुमार से 20 लाख रुपये हड़प लिए। यह पूरा खेल एक जूम मीटिंग से शुरू हुआ, जहां आरोपी गुरमीत सिंह ने हेड कांस्टेबल को निवेश में मोटा मुनाफा दिलाने का झांसा दिया। ओमेंद्र कुमार इस मीटिंग में अपने मित्र की सिफारिश पर शामिल हुए थे और धीरे-धीरे गुरमीत के झूठे दावों पर भरोसा कर बैठे।

पूर्व एसएसबी जवान निकला ठग, दुबई में खोली दो कंपनियां

ओमेंद्र कुमार ने पुलिस को बताया कि उनके मित्र विजय कुमार, जो एसएसबी में कांस्टेबल हैं, ने दिसंबर 2023 में जम्मू-कश्मीर में गुरमीत सिंह से ऑनलाइन मुलाकात कराई थी। बताया गया कि कठुआ जिले के राजबाग हरीनगर निवासी गुरमीत सिंह पहले एसएसबी में ही नौकरी करता था, लेकिन 2018 में उसने नौकरी छोड़ दी थी। इसके बाद उसने दुबई जाकर दो कंपनियां शुरू कीं। खुद को सफल बिजनेसमैन बताते हुए गुरमीत ने दावा किया कि वह भारत के लोगों को अपनी कंपनी में निवेश करवाकर लाभ देना चाहता है।

मुनाफे का लालच देकर खाते में मंगाए 20 लाख रुपये

गुरमीत सिंह और उसकी सहयोगी मुस्कान चौधरी ने ओमेंद्र कुमार को दो बैंक खाते नंबर दिए और कहा कि निवेश करने पर जल्द ही दोगुना फायदा होगा। ठगों के झांसे में आकर ओमेंद्र ने 25 किस्तों में कुल 20 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। उन्होंने यह रकम लोन लेकर और अपने रिश्तेदारों से उधार जुटाकर दी थी। शुरुआत में उन्हें यह विश्वास दिलाया गया कि कुछ ही हफ्तों में मोटा लाभ मिलेगा पर जल्द ही स्थिति उलट गई।

साइट हैक हो गई कहकर टालमटोल, फिर गायब हुए ठग

जब कई हफ्ते बीत गए और कोई रिटर्न नहीं आया तो ओमेंद्र ने गुरमीत से संपर्क करना चाहा। आरोपी ने बहाना बनाते हुए कहा कि “कंपनी की वेबसाइट हैक हो गई है” और भुगतान फिलहाल संभव नहीं है। इसके बाद धीरे-धीरे आरोपियों ने कॉल उठाना बंद कर दिया। किसी भी माध्यम से संपर्क न होने पर ओमेंद्र को एहसास हुआ कि वे बड़े साइबर फ्रॉड का शिकार हो चुके हैं।

दर्ज हुआ मुकदमा, जांच में जुटी पुलिस

निराश हेड कांस्टेबल ओमेंद्र कुमार ने सिविल लाइंस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। आरोपियों में दुबई निवासी गुरमीत सिंह, उसकी सहयोगी मुस्कान चौधरी और दो खाताधारकों के नाम शामिल हैं। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है और विवेचना शुरू कर दी गई है। पुलिस अब आरोपियों के बैंक खातों और डिजिटल ट्रांजेक्शन की जांच कर रही है।