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बिहारी जी के दरबार तक अब नो जाम, नो भीड़, सिर्फ भक्त और भक्ति, धार्मिक टूरिज्म को मिलेगा बूस्ट

Krishna Janmabhoomi Vrindavan: ठाकुरजी के दरबार तक अब हर कदम आसान होगा। मंदिर तक पहुंचना होगा सुगम और जाम से मिलेगी निजात। सुविधाओं में होगा इजाफा, बिना धक्का-मुक्की के हो सकेंगे दर्शन। 

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Krishna Janmabhoomi

Krishna Janmabhoomi Mathura, Vrindavan: ठाकुर श्रीबांकेबिहारी जी मंदिर तक पहुंचना अब पहले से अधिक आसान और सुविधाजनक होगा। मंदिर तक पहुंचने के लिए तीन नए कॉरिडोर बनाए जाएंगे, जिससे श्रद्धालुओं को जाम और भीड़ से निजात मिलेगी। श्रद्धालुओं को बिना धक्का-मुक्की के मंदिर में प्रवेश और दर्शन का अवसर मिलेगा।

श्रीबांकेबिहारी मंदिर तक सुगम पहुंच सुनिश्चित करने के लिए तीन मार्गों के निर्माण का खाका तैयार किया गया है। इस योजना के तहत श्रद्धालुओं को सुव्यवस्थित तरीके से मंदिर में प्रवेश, दर्शन और वापसी की सुविधा मिलेगी। मंदिर तक पहुंचने के तीन रास्तों में से एक मुख्य मार्ग ठाकुर श्रीबांकेबिहारी जी मंदिर के बगल से होकर जाएगा।

22 कुंड धाम और 300 दुकानदार शामिल

परिक्रमा मार्ग में स्थित 22 प्रसिद्ध कुंड और 300 से अधिक दुकानों को इस योजना में शामिल किया गया है। इन दुकानों को व्यवस्थित तरीके से शिफ्ट किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। सभी दुकानों को नियम के अनुसार अलॉट किया जायेगा और उनका जगह निर्धारित किया जायेगा। 

2024 में आए 22 करोड़ श्रद्धालु, अब पर्यटन में और आएगा उछाल

वृंदावन में 2024 में अब तक 22 करोड़ से अधिक श्रद्धालु और पर्यटक पहुंचे। इस संख्या में और वृद्धि की संभावना को देखते हुए ही यह योजना बनाई गई है। अब श्रद्धालुओं को आधुनिक और सुविधाजनक व्यवस्था मिलेगी, जिससे उनका अनुभव और भी अच्छा होगा।

मंदिर तक पहुंचने के 3 रास्ते होंगे

1. ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर के बगल से होकर मार्ग जाएगा।
2. दूसरा रास्ता 2200 वर्गमीटर के कॉरिडोर से होगा।
3. तीसरा रास्ता लगभग 300 मीटर लंबा और 10 मीटर चौड़ा कॉरिडोर होगा, जो सीधे मंदिर परिसर तक श्रद्धालुओं को पहुंचाएगा।

एक साथ चार मंदिरों के होंगे दर्शन

इस योजना में ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर के साथ-साथ मदनमोहन मंदिर, राधावल्लभ मंदिर और गोविंददेव मंदिर को भी जोड़ा गया है। श्रद्धालु एक ही मार्ग से इन चारों मंदिरों के दर्शन कर सकेंगे। इस योजना में प्रत्येक मंदिर तक पहुंचने के लिए समर्पित मार्ग निर्धारित किया गया है।

800 वर्गमीटर में बनेगी पूजा समाग्री की दुकानों की व्यवस्थित मार्केट

पूजा सामग्री विक्रेताओं को व्यवस्थित मार्केट दी जाएगी, जो 800 वर्गमीटर में फैली होगी। इससे श्रद्धालुओं को एक ही स्थान पर सभी जरूरी सामग्री मिल सकेगी। इससे भीड़भाड़ और धक्का-मुक्की से श्रद्धालुओं को निजात मिलेगा और एक ही स्थान पर खरीदारी कर सकेंगे। 

तीर्थ पुरोहितों और ब्राह्मण समाज ने उठाई पुनर्विचार की मांग

श्रीबांकेबिहारी मंदिर कॉरिडोर योजना को लेकर तीर्थ पुरोहित और ब्राह्मण समाज के लोग पुनर्विचार की मांग कर रहे हैं। उन्होंने मंदिर परिसर की पौराणिकता और धार्मिकता बनाए रखने पर जोर दिया है। उनका कहना है कि योजना में शामिल कुछ भागों में बदलाव आवश्यक हैं ताकि श्रद्धालुओं की आस्था और धार्मिक मूल्यों का संरक्षण हो सके।

कॉरिडोर का पहला हिस्सा

मंदिर परिसर के विभिन्न हिस्सों के लिए भूमि का योजनाबद्ध उपयोग इस प्रकार है: 1800 वर्गमीटर क्षेत्र में मंदिर मार्ग का निर्माण किया जाएगा। 1600 वर्गमीटर भूमि पर स्वागत केंद्र स्थापित किया जाएगा, जबकि 800 वर्गमीटर में पूजन सामग्री के लिए एक बाजार विकसित किया जाएगा। सुरक्षा केंद्र के लिए 650 वर्गमीटर, पार्किंग की सुविधा हेतु 600 वर्गमीटर, शौचालय निर्माण के लिए 400 वर्गमीटर तथा प्राथमिक उपचार (फर्स्ट एड) सुविधाओं के लिए 300 वर्गमीटर क्षेत्र निर्धारित किया गया है।

कॉरिडोर का दूसरा हिस्सा

मंदिर परिसर की योजना के अंतर्गत विभिन्न सुविधाओं के लिए भूमि का वितरण इस प्रकार किया गया है: 5113 वर्गमीटर क्षेत्र में मंदिर मार्ग का निर्माण प्रस्तावित है। सुरक्षा व्यवस्था हेतु 1800 वर्गमीटर में सुरक्षा केंद्र स्थापित किया जाएगा। 1600 वर्गमीटर भूमि पर स्वागत केंद्र बनाया जाएगा, जबकि पार्किंग सुविधा के लिए 1000 वर्गमीटर का क्षेत्र निर्धारित किया गया है। प्राथमिक उपचार (फर्स्ट एड) सुविधाओं के लिए 300 वर्गमीटर तथा प्रशासनिक कार्यालय के लिए 100 वर्गमीटर भूमि आरक्षित की गई है।

मंदिर के पहुंच मार्ग

मंदिर तक पहुँचने के लिए तीन प्रमुख मार्ग निर्धारित किए गए हैं। पहला मार्ग विधानसभा चौराहा से शुरू होकर पुलिस चौकी होते हुए वर्तमान रास्ते से मंदिर की ओर जाता है। दूसरा मार्ग परिक्रमा से शुरू होकर सीआईएसएफ मार्ग होते हुए मंदिर तक पहुँचता है, जो भी एक वर्तमान मार्ग है। तीसरा और नवीन मार्ग जुगलपट्टी से प्रारंभ होकर राम बल्लभ मंदिर मार्ग से होते हुए मंदिर तक पहुँचता है।

बिहारी जी कॉरिडोर के तीन हिस्से

बिहारी जी कॉरिडोर को तीन प्रमुख हिस्सों में विभाजित किया गया है। इसका पहला हिस्सा 11,300 वर्गमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है, जबकि दूसरा हिस्सा 9,913 वर्गमीटर क्षेत्र को कवर करता है। तीसरा और सबसे छोटा हिस्सा 500 वर्गमीटर क्षेत्र में स्थित है।

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व्यापारियों ने स्वागत किया

स्थानीय व्यापारियों ने ठाकुर श्रीबांकेबिहारी जी मंदिर कॉरिडोर योजना का स्वागत किया है। व्यापारियों का कहना है कि यह सेवा का सौभाग्य है। साथ ही व्यापार में भी वृद्धि होगी। हालांकि, इस विकास की कीमत कुछ व्यापारियों को चुकानी पड़ रही है। व्यापारी हरी बल्लभ गुप्ता ने कहा कि यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन इस चुनौती का सामना कैसे करता है और क्या वह व्यापारियों के दुख को कम करने और उन्हें न्याय दिलाने में सफल होता है।