खतरनाक सफर (फोटो सोर्स- पत्रिका)
Huge Road Accident: एनएच-53 पर जामपाली के पास एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। गौवंश को बचाने के प्रयास में चालक, कार को नियंत्रित नहीं कर पाया और हादसा हो गया।
धनबाद (झारखंड) का एक मुस्लिम परिवार कार जेएच 10 1511 से धनबाद से महाराष्ट्र जा रहा था। पिथौरा के जामपाली के पास एनएच-53 पर अचानक आए गौवंश को बचाने के प्रयास में चालक ने कार से नियंत्रण खो दिया। बेकाबू कार सड़क किनारे एक विशाल पेड़ से जा टकराई। जिससे कार के परखच्चे उड़ गए।
हादसे में कार में सवार शमा खान (35), आतिश खान (19) और जरीन खान (9) की मौत हो गई। अफरोज खान और अरमान खान उर्फ शिबू गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रायपुर रेफर कर दिया गया। वर्तमान में नेशनल हाइवे पर जगह-जगह मवेशियों का डेरा है। अचानक मवेशियों के इधर-उधर होने से कार चालक हड़बड़ा जाते हैं।
रात में वाहन चालकों को परेशानी होती है। क्योंकि, चालकों को पास आने के बाद भी मवेशी नजर आते हैं। तब तक बड़ी देर हो जाती है। नेशनल हाइवे पर डेरा जमाए मवेशियों को हटाने के लिए कोई प्रयास भी नहीं किए जा रहे हैं। पिथौरा थाना प्रभारी उमेश वर्मा ने बताया कि कि मर्ग कायम कर शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है।
नेशनल हाइवे पर हो रहे हादसों ने टोल प्रबंधन और सड़क रखरखाव की पोल खोल दी है। स्थानीय निवासियों और वाहन चालकों का आरोप है कि इस हाइवे पर गौवंश का खुलेआम घूमना एक गंभीर और लाइलाज समस्या बन चुकी है। सड़कों पर बैठे और अचानक दौड़ते मवेशी आए दिन बड़े हादसों का कारण बनते हैं।
नागरिकों का आरोप है कि टोल टैक्स वसूलने वाली एजेंसियों और एनएच अपनी प्राथमिक जिमेदारी से विमुख हो चुके हैं। टोल शुल्क का मुख्य उद्देश्य ही सुरक्षित और बाधा रहित यात्रा सुनिश्चित करना है। यदि सड़क पर मवेशियों का आतंक जारी है, तो यह स्पष्ट है कि टोल ऑपरेटर अपने क्षेत्र में सुरक्षा और नियंत्रण बनाए रखने के लिए आवश्यक उपाय नहीं कर रहे हैं।
सड़कों पर आवारा गौवंश के कारण हो रहे हादसों पर हाईकोर्ट ने एनएच और राज्य सरकार के प्रति कड़ा रुख अपनाया था। जिसके बाद भी हालत नहीं सुधरे। इस दुर्घटना ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया है कि न्यायालय के निर्देशों के बावजूद भी जमीनी स्तर पर कोई सुधार नहीं हुआ है। जब तक टोल प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन आवारा गौवंश को हाइवे से हटाने की जिमेदारी ईमानदारी से नहीं निभाते, तब तक ऐसे दर्दनाक हादसे होते रहेंगे और बेकसूर लोग अपनी जान गंवाते रहेंगे।
सोमवार की रात सड़क हादसे में बस से उतरते समय एक व्यक्ति की मौत हो गई। ग्राम बड़े साजापाली निवासी निर्मल सिंह सिदार (45) 6 अक्टूबर की सुबह 8 बजे वह अपने साला संतोष सिदार को तबीयत खराब होने पर इलाज के लिए रायपुर लेकर गया था। वहां से निर्मल सिंह शाम को समलेश्वरी बस क्रमांक सीजी 13 एबी 5268 से घर लौट रहा था। रात 8 बजे एनएच-353 पर भंवरपुर क्रॉसिंग के पास पहुंची। निर्मल सिंह सिदार बस से उतर रहा था। उतरने के पहले चालक ने बस आगे बढ़ा दी। निर्मल सिंह सड़क पर गिर पड़ा। गंभीर चोट आने से उसकी मौत हो गई।
Published on:
09 Oct 2025 11:04 am
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