
UP Budget Session: उत्तर प्रदेश के बजट में इस बार रोजगार और कल्याणकारी योजनाओं का तोहफा मिल सकता है। यही कारण है की योगी सरकार 8 लाख करोड़ से अधिक का बजट लाने की तैयारी कर रही है। वित्त विभाग ने विभिन्न विभागों से प्राप्त प्रस्तावों पर मंथन भी शुरू कर दिया है।
फरवरी के दूसरे सप्ताह में बजट सत्र बुलाए जाने की उम्मीद है। सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष 2024-25 का मूल बजट 7,36,437.71 करोड़ रुपये का पेश किया था। इसके बाद दो अनुपूरक बजट आ चुके हैं। दोनों अनुपूरक बजट मिलाकर चालू वित्तीय वर्ष का कुल बजट 7,66,513.36 करोड़ रुपये पहुंच गया है।
11 जुलाई 2017 को योगी आदित्यनाथ ने अपना पहला पूर्ण बजट पेश किया था। जो 3,84,659.17 करोड़ का था इस बजट में योगी सरकार ने किसानों पर फोकस किया था। इसी तरह 16 फरवरी 2028 को पेश दूसरे बजट में शहरी विकास और औद्योगिक विकास पर फोकस किया था। वहीं 2020-21 के बजट में युवा और ऊर्जा पर फोकस किया था। योगी सरकार के पहले बजट से लेकर अबतक हर साल बजट का आकार बढ़ता जा रहा है इस बार 2025-26 के बजट का आकार 8 लाख करोड़ से अधिक होने का अनुमान है।
इस बार का बजट सत्र लंबा चलने की उम्मीद है। ये बजट सत्र दो चरणों में होने की संभावना है। इसको लेकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच विचार विमर्श हो चुका है। बजट सत्र के पहले चरण में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण होगा फिर बजट पेश किया जाएगा। धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इसके बाद मार्च में होली के बाद सत्र का दूसरा चरण होगा।
लोकसभा में अखिलेश यादव ने महाकुंभ में भगदड़ा का मुद्दा उठाया था और सरकार पर मौत का आंकड़ा छुपना का आरोप लगाए थे ऐसे में यूपी विधानसभा के बजट सत्र में इस मुद्दें पर हंगामा होने के पूरे आसार हैं। इसके अलावा महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर विपक्ष सरकार को सदन में घेरने की कोशिश करेगा। सत्र शुरू होने तक मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के नतीजे भी आ चुके होंगे। ऐसे में सत्तापक्ष और विपक्ष में खींचतान भी देखने को मिल सकता है।
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Published on:
05 Feb 2025 09:32 pm
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