
मायावती फोटो सोर्स बीएसपी ट्विटर अकाउंट
उत्तर प्रदेश की सियासत में बसपा प्रमुख मायावती ने अब मुस्लिम समुदाय को साधने की दिशा में बड़ा दांव चल दिया है। बुधवार को उन्होंने लखनऊ में पहली बार मुस्लिम नेताओं के साथ करीब डेढ़ घंटे तक गहन बैठक की। इस दौरान प्रदेश के सभी 75 जिलों से आए 450 मुस्लिम पदाधिकारी मौजूद रहे। बैठक में मायावती के साथ उनके भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद भी मौजूद थे। जिन्होंने मंच पर पहुंचकर मायावती के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
बसपा सुप्रीमो मायावती की बैठक का नज़ारा इस बार थोड़ा अलग था। बसपा के वरिष्ठ नेता पीछे की पंक्ति में बैठे नजर आए। जबकि मुस्लिम प्रतिनिधियों को आगे की पंक्तियों में बैठाया गया। मीटिंग के अंत में सभी नेताओं को पीले रंग की एक फाइल दी गई। जिसमें बसपा शासनकाल में मुस्लिम समाज के हित में किए गए 100 प्रमुख कार्यों की सूची शामिल थी।
मायावती ने नेताओं से कहा कि वे इस सूची के साथ जनता के बीच जाएं। और बताएं कि सपा और कांग्रेस सिर्फ दिखावटी राजनीति करती हैं। जबकि बसपा ने जमीनी स्तर पर मुस्लिम समाज के विकास के लिए काम किया है। उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि अगर भाजपा को हराना है। तो मुस्लिम समाज को सपा या कांग्रेस नहीं, बल्कि बसपा के साथ खड़ा होना होगा।
बसपा सुप्रीमो ने यह भी बताया कि पार्टी हमेशा से मुस्लिम समाज के अधिकारों और सुरक्षा की पक्षधर रही है। उनके शासनकाल में कानून-व्यवस्था मजबूत रही और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए गए। उन्होंने कहा कि विरोधी दलों की कथनी और करनी में बड़ा फर्क है।वे सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करते हैं। और सत्ता में आने के बाद लोगों को भूल जाते हैं।
मायावती ने बैठक के दौरान संगठनात्मक अनुशासन पर भी जोर दिया। उन्होंने शमसुद्दीन राईन का उदाहरण देते हुए कहा कि ऐसे अवसरवादी और भीतरघाती नेताओं से पार्टी को सतर्क रहना होगा। उन्होंने कहा कि राईन जैसे लोग पार्टी की छवि और प्रदर्शन को नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए अब हर स्तर पर वफादारी और प्रतिबद्धता परखनी जरूरी है।
यह एक महीने में मायावती की चौथी बड़ी बैठक थी। इससे पहले उन्होंने 9 अक्टूबर को रैली और 16 व 19 अक्टूबर को वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ रणनीतिक चर्चा की थी। अब मुस्लिम नेताओं से हुई यह बैठक बताती है। कि बसपा आने वाले चुनावों में अपने पुराने सामाजिक समीकरण को नए सिरे से मजबूत करने में जुट गई है।
Updated on:
29 Oct 2025 07:22 pm
Published on:
29 Oct 2025 07:21 pm
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