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Mukhtar Ansari Land: जहां कभी माफिया का बंगला था, अब वहीं बसेगें गरीबों के सपनों के घर-डाली बाग की लॉटरी आज

Lucknow Dali bagh Flats Lottery Today:  लखनऊ के डाली बाग क्षेत्र में माफिया मुख्तार अंसारी से मुक्त कराई गई जमीन पर बने 72 फ्लैटों की लॉटरी आज निकाली जाएगी। आठ हजार से अधिक आवेदकों के बीच निकाली जाने वाली यह लॉटरी उन परिवारों के लिए उम्मीद की किरण है, जिनका अपना घर होने का सपना अब साकार होने जा रहा है।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Nov 04, 2025

72 फ्लैटों की लॉटरी, 8 हजार से अधिक आवेदकों       (फोटो सोर्स : Whatsapp Group)

72 फ्लैटों की लॉटरी, 8 हजार से अधिक आवेदकों       (फोटो सोर्स : Whatsapp Group)

Mukhtar Ansari Land Dali bagh Flats Lottery Today: राजधानी लखनऊ के डाली बाग क्षेत्र में तैयार किए गए 72 फ्लैटों की लॉटरी आज मंगलवार को निकाली जाएगी। यह वही जमीन है, जिसे कभी माफिया मुख्तार अंसारी के परिवार ने कब्जा कर रखा था और जिसे योगी सरकार ने अवैध कब्जे से मुक्त कराकर अब गरीबों को आवास देने के लिए विकसित किया है। इस योजना के अंतर्गत लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने इन फ्लैटों को सरदार वल्लभभाई पटेल आवासीय योजना के नाम से तैयार किया है।

इन फ्लैटों के लिए जनता में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। केवल 72 फ्लैटों के लिए 8,000 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। लॉटरी का आयोजन इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान (IGP) में किया जाएगा, जिसकी पूरी प्रक्रिया का लाइव प्रसारण एलडीए के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर किया जाएगा ताकि प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी बनी रहे।

डाली बाग: अवैध कब्जे से आवासीय योजना तक का सफर

डाली बाग का यह इलाका कभी माफिया मुख्तार अंसारी और उसके बेटों के अवैध कब्जे में था। लगभग 2,314 वर्ग मीटर भूमि पर अंसारी परिवार ने अवैध रूप से एक विशाल बंगला बना लिया था। लेकिन प्रदेश सरकार के सख्त निर्देशों के बाद प्रशासन ने इस जमीन को मुक्त कराकर इसे लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) को आवासीय योजना के लिए सौंप दिया। योगी सरकार की नीति के अनुरूप यह एक प्रतीकात्मक विकास परियोजना बनी,जहाँ पहले माफियाओं के अवैध महल खड़े थे, वहीं अब गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों को अपना घर मिलने जा रहा है।

आवासीय योजना की रूपरेखा

एलडीए ने इस भूमि पर ग्राउंड प्लस थ्री स्ट्रक्चर (चार मंजिला) योजना के तहत तीन ब्लॉकों का निर्माण किया है। प्रत्येक ब्लॉक में समान प्रकार के फ्लैट बनाए गए हैं। कुल मिलाकर 72 फ्लैट बनाए गए हैं, जिनका प्रत्येक का क्षेत्रफल 36.65 वर्ग मीटर है। ये फ्लैट EWS (Economically Weaker Section) श्रेणी के लिए हैं, और प्रत्येक फ्लैट की कीमत 10.70 लाख रुपये निर्धारित की गई है।

इस योजना में सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं -

  • स्वच्छ पेयजल आपूर्ति
  • 24 घंटे बिजली की व्यवस्था
  • दोपहिया वाहन पार्किंग
  • सीसीटीवी निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था
  • समुचित जल निकासी और सड़क संपर्क

लॉटरी प्रक्रिया और समय-सारणी

एलडीए ने पहले इस योजना की लॉटरी 10 और 11 नवम्बर 2025 को प्रस्तावित की थी, लेकिन अब उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार द्वारा जारी नए आदेश के अनुसार यह लॉटरी आज मंगलवार (4 नवम्बर) को आयोजित की जाएगी। अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि ऑनलाइन प्राप्त सभी आवेदन पत्रों में से पात्र आवेदकों की सूची तैयार की गई है। लॉटरी केवल उन्हीं पात्र आवेदकों के बीच निकाली जाएगी। पहले दिन आरक्षित श्रेणी (EWS, SC/ST, विकलांग आदि) के लिए लॉटरी निकाली जाएगी, जबकि दूसरे दिन सामान्य श्रेणी के आवेदकों के बीच चयन प्रक्रिया होगी। लॉटरी का आयोजन इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान (IGP) में किया जा रहा है, और इसमें वीडियो प्रसारण की व्यवस्था रखी गई है ताकि पारदर्शिता बनी रहे।

8 हजार आवेदन, मात्र 72 को मिलेगा आशियाना

इस योजना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 4 अक्टूबर 2025 से शुरू हुई थी। आवेदन की अंतिम तिथि सोमवार तक रखी गई थी। एलडीए के आंकड़ों के अनुसार, अंतिम तिथि तक 8,000 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए.अर्थात, इन 72 फ्लैटों के लिए लगभग प्रत्येक फ्लैट पर 110 से अधिक आवेदक प्रतिस्पर्धा में हैं। ऐसे में यह लॉटरी कई लोगों के लिए जीवनभर की खुशी लेकर आएगी, जबकि अन्य को अगले अवसर की प्रतीक्षा करनी होगी।

राजधानी का ‘प्राइम स्पॉट’

डाली बाग योजना की सबसे बड़ी खासियत इसकी लोकेशन है। यह योजना 20 मीटर चौड़ी बंधा रोड पर स्थित है, जो शहर के प्रमुख स्थलों, बालू अड्डा, 1090 चौराहा, नरही, सिकंदराबाद और हजरतगंज से महज 5 से 10 मिनट की दूरी पर है। यह स्थान शहर के सिविल लाइंस क्षेत्र में आता है, जो हमेशा से प्राइम लोकेशन मानी जाती है। इसीलिए ₹10.70 लाख रुपये में इस क्षेत्र में फ्लैट मिलना मध्यम और निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए बेहद आकर्षक सौदा साबित हुआ है।

सरकारी पारदर्शिता का उदाहरण बनेगा आयोजन

एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने कहा कि लॉटरी प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी तरीके से की जा रही है। इसके लिए ऑनलाइन स्ट्रीमिंग, डिजिटल स्क्रीनिंग और स्वचालित नंबर जनरेशन सिस्टम अपनाया गया है।उन्होंने बताया कि सरकार की प्राथमिकता है कि आवासीय योजनाओं में किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो। यही कारण है कि हम लॉटरी प्रक्रिया को सार्वजनिक रूप से प्रसारित कर रहे हैं ताकि हर आवेदक देख सके कि चयन निष्पक्ष तरीके से हुआ है।

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माफियाओं की जमीन पर गरीबों का घर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई बार यह कहा है कि  जहाँ पहले माफिया रहते थे, अब वहाँ गरीबों के घर बनेंगे। डालीबाग आवासीय योजना उसी दृष्टिकोण की प्रत्यक्ष मिसाल है। प्रदेश सरकार ने पिछले वर्षों में अवैध कब्जों को हटाने और जनता के उपयोग के लिए भूमि विकसित करने के कई उदाहरण स्थापित किए हैं। डाली बाग का यह प्रोजेक्ट अब उस मिशन का प्रतीक बन गया है, जहाँ ‘माफियाओं का ठिकाना’ अब ‘गरीबों का आशियाना’ बन रहा है।

लोगों में उत्साह, लॉटरी के नतीजों का इंतज़ार

लखनऊ विकास प्राधिकरण का कहना है कि इस योजना की सफलता के बाद राजधानी के अन्य इलाकों में भी इसी तरह की EWS और LIG श्रेणी की योजनाएं शुरू की जाएँगी। एलडीए ने बताया कि आने वाले महीनों में अमौसी, कठौता झील और गोमती नगर विस्तार क्षेत्र में भी नई योजनाओं की तैयारी की जा रही है, जिससे अधिक से अधिक लोगों को सस्ते आवास का लाभ मिल सके।

आवेदकों में उत्साह चरम पर है। कई परिवारों ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान पहुँचकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की तैयारी कर ली है। जिनके नाम लॉटरी में आएंगे, उनके लिए यह दिन जीवन भर यादगार रहेगा। शहर के निवासी रीना शर्मा, जो एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं, ने कहा कि  हमने पहली बार आवेदन किया है। अगर नाम निकल आया तो यह हमारी जिंदगी की सबसे बड़ी खुशखबरी होगी। डालीबाग जैसी लोकेशन पर घर मिलना सपना पूरा होने जैसा है।”