
Piyush Pandey(Image-Social Media)
Piyush Pandey: भारतीय विज्ञापन जगत के महानायक पियूष पांडे(Piyush Pandey) का 70 वर्ष की आयु में निधन हो गया। बताया जा रहा है कि वे पिछले करीब एक महीने से कोमा में थे। अपनी रचनात्मक सोच और अनोखी शैली से उन्होंने भारतीय विज्ञापन को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। ऐड की दुनिया में भारत में इससे बड़ा नाम कोई नहीं था। पियूष पांडेय ने कई मशहूर ऐड कैंपेन को गढ़ा है। जो बाद में लोगों के दिल तक पहुंच पाई। हालांकि उन्होंने कोई औपचारिक पढ़ाई इसकी नहीं की थी, लेकिन ऐड की दुनिया के वो सबसे बड़े नाम थे।
पियूष पांडेय ने हिस्ट्री में मास्टर की डिग्री हासिल की थी। लेकिन ऐड की दुनिया के वो एक्सपर्ट माने जाते थे। शुरुआती पढ़ाई उनकी जयपुर से हुई। जयपुर के सेंट जेवियर्स स्कूल से उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की। उसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए वे दिल्ली आ गए। उन्होंने दिल्ली के प्रतिष्ठित कॉलेज सेंट स्टीफेंस से अपनी डिग्री हासिल की। उन्होंने इस कॉलेज से हिस्ट्री में मास्टर की डिग्री हासिल की। हालांकि उनके पास विज्ञापन की कोई औपचारिक डिग्री नहीं थी, लेकिन उनकी क्रिएटिव सोच ने उन्हें भारत का सबसे बड़ा ऐड आइकन बना दिया।
पियूष पांडे ने अपने करियर की शुरुआत 1982 में ओगिल्वी एंड मेथर इंडिया (अब Ogilvy India) में एक ट्रेनी अकाउंट एग्जीक्यूटिव के रूप में की थी। बाद में वे क्रिएटिव विभाग से जुड़े और कुछ ही साल में कंपनी के शीर्ष पदों तक पहुंचे। उन्होंने ओगिल्वी में नेशनल क्रिएटिव डायरेक्टर, एक्जीक्यूटिव चेयरमैन (इंडिया) और ग्लोबल चीफ क्रिएटिव ऑफिसर जैसे अहम पद संभाले।
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1955 में जयपुर, राजस्थान में जन्मे पियूष पांडे को भारत सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया था। इसके अलावा उन्हें LIA Legend Award जैसे अंतरराष्ट्रीय सम्मान भी मिल चुके हैं। पियूष पांडे को अक्सर “भारतीय विज्ञापन की आत्मा” कहा जाता है। उनकी रचनात्मकता ने विज्ञापन को सिर्फ प्रचार नहीं, बल्कि एक कला का रूप दे दिया था।
पीयूष पांडेय के नेट वर्थ की बात करें तो इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनकी नेट वर्थ लगभग 160 करोड़ रुपये (लगभग 19 मिलियन डॉलर) थी। जो उन्होंने अलग-अलग कामों, किताबों से हासिल किया था।
Published on:
25 Oct 2025 11:33 am
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