
Gmail Data Leak (Image: Pexels)
Gmail Data Leak: जीमेल का इस्तेमाल लगभग सभी लोग करते हैं, निजी काम से लेकर प्रोफेशनल्स यूज तक यह हमारी जरूरतों का हिस्सा बन चुका है। ऐसे में जीमेल से जुड़ी जो खबर आ रही है दुनिया भर के लाखों यूजर्स को चौकाने वाली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हालिया एक बड़े डेटा लीक में करीब 183 मिलियन ईमेल अकाउंट्स के पासवर्ड ऑनलाइन लीक हो गए हैं। इस लीक में एक बड़ी संख्या में जीमेल यूजर्स के अकाउंट्स शामिल होने की बात सामने आ रही है।
साइबर एक्सपर्ट्स का मानना है कि, यह लीक अब तक के सबसे बड़े डेटा ब्रीच में से एक हो सकता है जिससे यूजर्स की निजी जानकारी खतरे में पड़ सकती है।
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट Troy Hunt ने खुलासा किया है कि यह डेटा लीक लगभग 3.5 टेराबाइट के साइज का है। इस डेटासेट में करीब 183 मिलियन यूनिक अकाउंट्स का डेटा शामिल है जिनमें से 16.4 मिलियन ईमेल एड्रेस पहले कभी किसी डेटा ब्रीच में नहीं पाए गए थे। जानकारी के लिए बता दें कि Troy Hunt, Have I Been Pwned नाम की वेबसाइट चलाते हैं।
यह जानकारी सबसे पहले New York Post की रिपोर्ट में सामने आई थी, जिसमें बताया गया कि लीक हुआ डेटा इंटरनेट पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है। इस घटना ने दुनियाभर के ईमेल प्लेटफॉर्म्स, खासकर जीमेल के यूजर्स को अलर्ट कर दिया है।
कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि यह लीक Gmail से जुड़ा है, लेकिन Google ने इस दावे को गलत बताया है। कंपनी की तरफ से कहा गया कि, जीमेल या गूगल के किसी भी सर्वर पर सिक्योरिटी ब्रीच नहीं हुआ है। यह डेटा लीक Infostealer मालवेयर की वजह से हुआ है जो यूजर्स के सिस्टम से लॉगिन डिटेल्स चुराता है न कि जीमेल के सर्वर से लीक हुआ है। गूगल ने कहा कि यह लीक किसी एक प्लेटफॉर्म पर हमला नहीं था बल्कि कई वेबसाइटों और सर्विसेज से चुराए गए पासवर्ड्स का संग्रह है।
अगर आपको भी डाउट है कि आपका जीमेल या कोई और ईमेल अकाउंट लीक हुआ हो तो खुद ही चेक कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको HaveIBeenPwned.com वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद यहां अपना ईमेल एड्रेस होगा। अगर वेबसाइट में जानकारी शो होता है कि आपका ईमेल किसी डेटा लीक में शामिल है तो आपको बिना देरी किए सबसे पहले तुरंत अपना पासवर्ड चेंज कर दें चाहिए।
साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक, यह डेटा चोरी Stealer Logs नामक फाइलों के जरिए हुई है। ये फाइलें Infostealer Malware से बनती हैं जो यूजर्स के कंप्यूटर में इंस्टॉल होकर उनकी लॉगिन डिटेल्स चोरी करती है।
इस बात को हम उदाहरण से समझें तो, अगर कोई व्यक्ति जीमेल या किसी वेबसाइट में लॉगिन करता है, तो यह मालवेयर ईमेल एड्रेस, पासवर्ड और वेबसाइट एड्रेस को रिकॉर्ड कर लेता है। इसके बाद यह जानकारी एक साथ मिलाकर हैकर्स के डेटाबेस में अपलोड कर दी जाती है।
अगर आपका ईमेल अकाउंट किसी लीक में पाया गया है तो सबसे पहले अपना पासवर्ड तुरंत बदलें। साइबर एक्सपर्ट्स की सलाह है कि टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑन कर लें ताकि अकाउंट को एक्स्ट्रा सिक्योरिटी मिल सके।
इसके अलावा, जीमेल यूजर्स को Passkeys जैसे फीचर का इस्तेमाल करने की भी सलाह दी गई है जो ट्रेडिशनल पासवर्ड की तुलना में ज्यादा सुरक्षित है। गूगल ने सलाह दी है कि यूजर्स को समय-समय पर पासवर्ड बदलना चाहिए और किसी भी संदिग्ध लिंक या ईमेल पर क्लिक करने से बचना बचें।
Published on:
28 Oct 2025 06:10 pm
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