लखीमपुर खीरी के मोतीपुर लोन पुरवा गांव में फैली सनसनी, पुलिस जांच में जुटी (फोटो सोर्स : Whatsapp )
Lakhimpur Crime News: ओयल चौकी क्षेत्र के ग्राम मोतीपुर लोन पुरवा में उस समय हड़कंप मच गया जब गांव से होकर गुजर रही रेलवे लाइन के किनारे एक 14 वर्षीय किशोरी का शव गन्ने के खेत में पड़ा मिला। सुबह की शांति को चीरते हुए इस खबर ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। ग्रामीणों ने घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचकर परिजनों को सूचना दी। वहीं परिजनों ने इसे हत्या की वारदात बताया और पुलिस प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
ग्राम मोतीपुर निवासी सुरेश उर्फ पुजारी की 14 वर्षीय पुत्री नंदनी रोज की तरह बुधवार सुबह लगभग छह बजे शौच के लिए घर से निकली थी। परिजनों के मुताबिक वह अक्सर कुछ देर में लौट आती थी, लेकिन इस बार काफी देर तक वापस नहीं आई। परिजनों को चिंता हुई तो उन्होंने आसपास तलाश शुरू की।
परिजन और ग्रामीण पूरे क्षेत्र में खोजबीन करते रहे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। लगभग दो घंटे बाद कुछ ग्रामीणों ने रेलवे लाइन के पश्चिमी किनारे पर एक लोटा पड़ा देखा, जिससे उन्हें शक हुआ। जब वे नजदीक पहुंचे तो पास के किसान जीतू मिश्रा के गन्ने के खेत में नंदनी का शव पड़ा मिला। यह स्थान रेलवे लाइन से लगभग 100 मीटर की दूरी पर था। शव देखकर परिजनों में कोहराम मच गया। गांव में देखते ही देखते सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि नंदनी के शरीर पर कुछ संदिग्ध निशान थे, जिससे हत्या की आशंका और गहरी हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही ओयल चौकी इंचार्ज पटेल राठी और एसआई शुभम कुमार मौके पर पहुंचे और तत्काल उच्चाधिकारियों को घटना की सूचना दी। कुछ ही देर में थाना खीरी प्रभारी निराला तिवारी तथा सीओ सिटी विवेक तिवारी भी पहुंच गए। पुलिस ने घटनास्थल को घेराबंदी कर लिया और फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया। घटनास्थल से सबूत जुटाए जाने लगे। इस दौरान परिजन और ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। लोगों ने किशोरी की हत्या की आशंका जताते हुए डीएम और एसपी को मौके पर बुलाने की मांग की। करीब दो घंटे तक पुलिस और ग्रामीणों के बीच वार्ता चलती रही। इस दौरान कुछ समय के लिए रेलवे ट्रैक और सड़क पर भी अवरोध की स्थिति बन गई। पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझाने की कोशिश की और कार्रवाई का आश्वासन दिया।
घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। नंदिनी के पिता सुरेश उर्फ पुजारी और परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। मां बेसुध सी हालत में बार-बार एक ही सवाल दोहरा रही थी, "किसने मेरी बेटी को मारा?" ग्रामीण महिलाओं ने उसे संभालने की कोशिश की, लेकिन पूरा माहौल शोक में डूब गया। गांव के बुजुर्गों ने बताया कि नंदनी पढ़ाई में तेज और व्यवहार में सरल थी। सभी के प्रति सम्मान का भाव रखती थी। गांव के लोगों ने कहा कि अगर यह हत्या है, तो पुलिस को जल्द से जल्द आरोपी को पकड़ना चाहिए।
दोपहर करीब 12:15 बजे पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा स्वयं गांव पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया, पुलिस टीम से जानकारी ली और ग्रामीणों से बातचीत की। एसपी ने परिजनों को हर संभव न्याय का भरोसा दिलाते हुए कहा कि पुलिस पूरी गंभीरता से जांच कर रही है। जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सभी पहलुओं पर विस्तार से जांच होगी। उन्होंने स्थानीय पुलिस को निर्देश दिए कि क्षेत्र में गश्त और निगरानी बढ़ाई जाए तथा किसी भी संदिग्ध व्यक्ति पर विशेष नजर रखी जाए।
थाना प्रभारी निराला तिवारी ने बताया कि परिजनों की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों की पुष्टि की जा सकेगी। हर एंगल से जांच की जा रही है- हत्या, दुष्कर्म या दुर्घटना की सभी संभावनाओं को खंगाला जा रहा है। पुलिस टीम ने आसपास के खेतों, रेलवे ट्रैक और रास्तों की तलाशी ली। क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है ताकि किसी संदिग्ध गतिविधि का सुराग मिल सके।
इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं और किशोरियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के आसपास गन्ने के खेत घने हैं और सुबह-शाम वहां आवाजाही कम होती है, जिससे असामाजिक तत्वों को छिपने या अपराध करने का मौका मिल जाता है। ग्राम प्रधान ने मांग की कि प्रशासन गांव में सुरक्षा लाइट, शौचालय और गश्त व्यवस्था को बेहतर बनाए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से मिट्टी, कपड़ों के सैंपल, बाल और अन्य सबूत एकत्र किए हैं। पुलिस ने बताया कि ये सभी नमूने लैब भेजे जाएंगे, जिनकी रिपोर्ट से हत्या की पुष्टि या किसी और कारण का पता चल सकेगा। इस बीच ग्रामीणों में चर्चा है कि बीते कुछ दिनों से गांव के पास अजनबी लोगों की आवाजाही बढ़ी थी। पुलिस अब आस-पास के गांवों में भी पूछताछ कर रही है।
देर शाम तक गांव में पुलिस बल तैनात रहा। ग्रामीण अब प्रशासन से एक ही मांग कर रहे हैं - “हमारी बेटी को इंसाफ मिले।” नंदनी की मौत ने पूरे इलाके को हिला दिया है। छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं भी इस बात से डरी हुई हैं कि अगर अपराधी खुले हैं तो कोई भी सुरक्षित नहीं। गांव के बुजुर्ग हनुमान प्रसाद ने कहा कि हमारे गांव में कभी ऐसी घटना नहीं हुई। बच्ची मासूम थी। जिसने भी यह किया है, उसे सजा मिलनी ही चाहिए।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि यह हत्या थी या किसी अन्य वजह से हुई मौत। फिलहाल पुलिस ने आसपास के संदिग्ध लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है और मोबाइल कॉल डिटेल्स भी खंगाले जा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने कहा कि जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई है। कोई भी दोषी छूटेगा नहीं। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना हमारी प्राथमिकता है।
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Published on:
09 Oct 2025 08:16 am
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