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Real Life Motivational Story: राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2023 का परिणाम जारी होने के बाद कोटा के कई अभ्यर्थियों ने अपनी मेहनत और लगन से सफलता हासिल की है। शहर के युवाओं ने न केवल प्रतिस्पर्धी परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, बल्कि यह साबित किया कि निरंतर प्रयास और आत्मविश्वास से हर मंजिल पाई जा सकती है। किसी ने नौकरी करते हुए, तो किसी ने पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ तैयारी जारी रखकर सफलता का परचम लहराया है।
अर्पित पोरवाल पुत्र दिनेश पोरवाल ने बड़ी कंपनी से जॉब का बड़ा पैकेज ठुकराकर प्रशासनिक सेवा में जाने का संकल्प लेकर पढ़ाई की और प्रथम प्रयास में राजस्थान प्रशासनिक सेवा में सफलता प्राप्त की। उन्होंने 588वीं रैंक हासिल की है। अर्पित ने ऑनलाइन पैकेज और कोचिंग ऑफर्स को ठुकराकर आत्मविश्वास, निरंतर अध्ययन और अनुशासित दिनचर्या के बल पर यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने कहा कि अगर लक्ष्य बड़ा है, तो साधन नहीं, संकल्प मायने रखता है।
अर्पित का एक साधारण मध्यमवर्गीय परिवार है। पिता दिनेश पोरवाल हार्डवेयर की दुकान चलाते हैं। पिता के संघर्ष और अनुशासन से प्रेरित होकर अर्पित ने प्रशासनिक सेवा में जाने का निश्चय किया। वे कोटा स्टोन एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र काला के छोटे भाई हैं। अर्पित ने प्रारंभिक शिक्षा शहर के निजी विद्यालय से प्राप्त की। जयपुर से बीटेक करने के बाद बड़ी कंपनी से जॉब ऑफर मिलने के बावजूद उन्होंने उसे ठुकराकर आरएएस की तैयारी का निर्णय लिया। पिता दिनेश पोरवाल ने कहा कि बेटे ने साबित कर दिया कि साधारण परिवार का बेटा मेहनत से हर लक्ष्य हासिल कर सकता है।
विवेकानंद नगर निवासी अंकिता चौधरी ने अपने दृढ़ संकल्प और निरंतर मेहनत से राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2023 में सफलता हासिल की है। उनका चयन तीसरे प्रयास में हुआ है। अंकिता ने बताया कि उन्होंने कभी हार नहीं मानी। पहले प्रयास में वे इंटरव्यू तक पहुंचीं, जबकि दूसरे प्रयास में मुख्य परीक्षा (मेन) में रह गईं। लेकिन लगातार मेहनत और आत्मविश्वास के दम पर तीसरे प्रयास में उन्होंने सफलता प्राप्त की।
अंकिता वर्तमान में कोटा विश्वविद्यालय में बॉटनी विषय की गेस्ट फैकल्टी के रूप में पिछले तीन वर्षों से सेवाएं दे रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक सेवा में जाने का सपना बचपन से था। शादी के बाद भी उनके बारां में ससुराल पक्ष ने पूरा सहयोग दिया, जिससे वे अपनी तैयारी और पढ़ाई जारी रख सकीं। अंकिता का एक बेटा है, और उन्होंने जयपुर से ऑनलाइन कोचिंग लेकर परीक्षा की तैयारी की। उन्होंने कहा कि कभी हार नहीं माननी चाहिए, लगातार मेहनत करते रहना ही सफलता की कुंजी है।
Published on:
17 Oct 2025 02:09 pm
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