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Rajasthan Weather : हाड़ौती में बरसे बादल, कोटा बैराज का एक व गुढ़ा बांध के दो गेट खुले

मंडियों में खुले में रखा अनाज भीगा, रबी की बुवाई फिर अटकी

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Kota Weather Patrika

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हाड़ौती अंचल में बरसात का दौर जारी है। सोमवार देर रात तेज बारिश हुई। वहीं मंगलवार को भी कोटा व झालावाड़ के कई क्षेत्रों में बादल बरसे। इससे किसानों की परेशानी और बढ़ गई। चंबल के कैचमेंट क्षेत्र में पानी की तेज आवक से कोटा बैराज का एक गेट खोलकर 7456 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। बूंदी जिले के हिंडोली में गुढ़ा बांध के दो गेट तीन-तीन फीट खोलकर करीब 3600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।

कोटा का अधिकतम तापमान 4 डिग्री गिरकर 28.7 व न्यूनतम तापमान 3 डिग्री बढ़कर 21.4 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा की रफ्तार 4 किमी प्रति घंटे की रही। बीते 24 घंटे में 17.3 एमएम बारिश दर्ज की गई। कोटा जिले के सांगोद क्षेत्र में मंगलवार को दोपहर के समय करीब दस मिनट तक तेज बारिश हुई, जिससे खेतों में सूखी पड़ी धान की फसल फिर भीग गई। कई खेतों में फसलें जमीन पर बिछ गईं, जिससे कटाई में दिक्कत आ रही है। किसानों ने बताया कि बार-बार बारिश से खेतों की मिट्टी सूखने से पहले ही गीली हो रही है, जिससे रबी की बुवाई में देरी हो रही है।

नमी से संक्रमण का खतरा

किसानों ने बताया कि धान की कटाई के तुरंत बाद रबी की फसल की बुआई का सही समय होता है। बार-बार बारिश होने से खेतों में जुताई और बुआई के लिए मिट्टी तैयार नहीं हो पा रही है। इससे गेहूं, जौ और चना जैसी फसलों की बुआई में देरी हो रही है। वहीं दूसरी तरफ रबी की फसलों पर भी बारिश विपरित प्रभाव डाल रही है। किसानों ने बताया कि बारिश से खेतों की मिट्टी में लगातार नमी से पौधों की जड़ें कमजोर होकर सड़ने लगती है। नमी से फफूंद संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है जिससे अंकुरित फसल खराब होने की संभावना बढ़ जाती है।

मंडी में भीगा अनाज, रातभर ढकते रहे व्यापारी

कोटा की भामाशाहमंडी में इन दिनों धान व अन्य जिंसों की बंपर आवक हो रही है। धान की ढेरियां खुले में रखी है। ऐसे में देर रात तेज बरसात के चलते जिंसें भीग गईं। किसान और व्यापारी रातभर तिरपाल डालकर बचाने में जुटे रहे।

नैनवां और खानपुर में भी भारी बरसात

बूंदी जिले के नैनवां क्षेत्र में पिछले 24 घंटे में डेढ़ इंच (37 मिमी) बरसात दर्ज की गई। रात में 31 मिमी और दिन में 6 मिमी बारिश हुई। झालावाड़ जिले के खानपुर के जोलपा और भीमसागर इलाके में भी झमाझम बरसात का दौर जारी रहा। जिससे हंकाई और रबी फसलों की बुवाई पर असर पड़ा।

मौसम रहेगा शुष्क

मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के अधिकांश भागों में 5 नवंबर से आगामी एक सप्ताह मौसम शुष्क रहने तथा उत्तरी हवाओं के प्रभाव से न्यूनतम तापमान में 3-5 डिग्री से. गिरावट होने की प्रबल संभावना है।