नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) नई दिल्ली की ओर से हाल ही जारी एडवाइजरी के अनुसार जेईई मेन 2026 जनवरी सेशन में विद्यार्थियों की बढ़ती संख्या और परीक्षा सुविधाओं की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए शहरों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। जबकि जेईई मेन 2025 जनवरी सेशन का आयोजन देश व विदेश के 304 शहरों में किया गया था। इनमें 15 विदेशी शहर भी शामिल थे।
उस वर्ष 13.11 लाख विद्यार्थियों ने आवेदन किया था, जबकि 12.58 लाख विद्यार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए थे। वर्ष 2026 में यह संख्या 13.11 लाख से अधिक पहुंच सकती है। इसी कारण एनटीए ने एडवाइजरी जारी कर बताया कि जेईई मेन 2026 जनवरी सेशन में शहरों की संख्या 320 के आसपास रह सकती है।
एनटीए की यह योजना विद्यार्थियों को निकटतम परीक्षा शहर उपलब्ध कराने और लॉजिस्टिक चुनौतियों को कम करने के उद्देश्य से तैयार की गई है। इससे देश के छोटे और दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यार्थियों को भी परीक्षा देने में आसानी होगी।एनटीए के अनुसार, जेईई मेन 2026 जनवरी सेशन की परीक्षा कंप्यूटर आधारित मोड (सीबीटी) में होगी। परीक्षा दो शिफ्टों में होगी और परीक्षार्थियों को उनके शहर व एडमिट कार्ड की जानकारी परीक्षा तिथि से लगभग 15 दिन पहले उपलब्ध कराई जाएगी।
दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए दिव्यांग-सुलभ परीक्षा केंद्र
एजुकेशन एक्सपर्ट्स देव शर्मा के अनुसार, एनटीए की जारी एडवाइजरी में विशेष रूप से दिव्यांग विद्यार्थियों की सुविधाओं पर ध्यान दिया गया है। परीक्षा केंद्रों पर रैम्प, विशेष शौचालय, सहायक स्टाफ और अन्य आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। ऐसे में दिव्यांग विद्यार्थियों को दिव्यांग-सुलभ परीक्षा केंद्र ही आवंटित किए जाने की संभावना है। जेईई मेन 2025 जनवरी सेशन में भी इस दिशा में प्रयास किए गए थे, लेकिन वर्ष 2026 में इसे और बेहतर रूप में लागू किया जाएगा। इस पहल से न केवल दिव्यांग विद्यार्थियों को सहूलियत मिलेगी, बल्कि समावेशी शिक्षा प्रणाली को भी मजबूती मिलेगी।
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Updated on:
23 Oct 2025 06:55 pm
Published on:
23 Oct 2025 06:53 pm
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