
अस्पताल में भर्ती घायल। फोटो: पत्रिका
फलोदी। बीकानेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरुवार देर रात हुए एक दर्दनाक हादसे ने मजदूरी करने आए परिवार की खुशियों को तहस-नहस कर दिया। रतलाम, मध्यप्रदेश से आए इस परिवार पर तेज रफ्तार डंपर मौत बनकर चढ़ा। सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। दो मासूम बच्चों अर्जुन और रोशनी माता-पिता से वंचित होकर अनाथ हो गए।
हादसे की सूचना मिलते ही जिला कलक्टर श्वेता चौहान, उपखंड अधिकारी पूजा चौधरी, तहसीलदार विशन सिंह और पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचे। उन्होंने राहत कार्यों का निरीक्षण किया और घायलों का हाल जाना।
कलक्टर ने चिकित्सकों को निर्देश दिए कि घायलों का प्राथमिकता से उपचार किया जाए और गंभीर मरीजों को जोधपुर रैफर किया जाए। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाया और नि:शुल्क एबुलेंस की व्यवस्था की। हादसे के अगले दिन भी कलक्टर व उपखंड अधिकारी फीडबैक लेकर मृतकों के शव उनके गांव तक सुरक्षित पहुंचाने में जुटी रही।
अस्पताल प्रभारी डॉ. अभिषेक अग्रवाल की अगुवाई में डॉ. प्रेमचंद सुथार, डॉ. कैलाश जोशी सहित चिकित्सकीय टीम रात ढाई बजे तक घायलों के उपचार में जुटी रही। गंभीर घायल मरीजों को स्थिर कर जोधपुर रैफर किया गया। सीएमएचओ कार्यालय की नर्सिंग ऑफिसर भंवरलाल ने 108 एबुलेंस के माध्यम से घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाया और चिकित्सकीय टीम को सक्रिय किया।
हादसे ने दो मासूम अर्जुन और रोशनी को अनाथ कर दिया। गंभीर घायल बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रैफर किया गया। जिला प्रशासन ने बाल कल्याण समिति को सूचित कर आगे की कार्यवाही शुरू की।
Published on:
02 Nov 2025 12:08 pm
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