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फलोदी बस हादसा: गर्भवती दिव्या के हाथों में 8 महीने पहले रची थी मेहंदी…मां बोली साथ चल बेटी, हादसे ने छीन ली दोनों की सांसें

Phalodi Bus Accident: फलोदी बस हादसे में गर्भवती दिव्या और उसकी मां की मौत ने सभी को झकझोर दिया। आठ महीने पहले दिव्या की शादी हुई थी।

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Rajasthan phalodi bus accident
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मृतक के परिजन (फोटो-एक्स)

Phalodi Bus Accident: जोधपुर: फलोदी के मतोड़ा के पास हुए दर्दनाक बस हादसे ने कई परिवारों को उजाड़ दिया। रविवार को हुए इस हादसे में 15 लोगों की मौत हुई, जिनमें चांदपोल क्षेत्र के नैनची बाग निवासी छंवरलाल सांखला की पत्नी गीता देवी और उनकी गर्भवती बेटी दिव्या भी शामिल थी।


परिवार के मुताबिक, गीता देवी ने कोलायत एकादशी स्नान के लिए टेंपो ट्रैवलर बुक कराया था। उन्होंने पहले अपनी पुत्रवधू से साथ चलने को कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। इस पर लता ने अपनी बेटी दिव्या से चलने की बात कही। मां की बात टाल न सकी दिव्या साथ चल पड़ी, लेकिन यह यात्रा उसकी जिंदगी की आखिरी साबित हुई।


दिव्या की शादी मात्र आठ महीने पहले कार्तिक नाम के युवक से हुई थी। वह गर्भवती थी और अपने मायके कुछ दिनों के लिए आई हुई थी। रविवार सुबह मां-बेटी कोलायत के लिए रवाना हुईं और स्नान के बाद उन्होंने अन्य महिलाओं के साथ मुस्कुराते हुए ग्रुप फोटो खिंचवाया था। शाम तक लौटने की तैयारी थी, लेकिन रास्ते में ट्रेलर से टेंपो ट्रैवलर की टक्कर हो गई, जिसमें दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।


परिजन बताते हैं कि इलाके की महिलाएं पिछले चार महीनों से हर एकादशी पर कोलायत स्नान करने जा रही थीं। यह यात्रा भी उसी परंपरा का हिस्सा थी। दिव्या और लता के अचानक चले जाने से पूरा नैनची बाग इलाका शोक में डूबा है। खुशियों से भरे जिस घर में हाल ही में विवाह और नई जिंदगी की शुरुआत हुई थी, वहां अब मातम पसरा है।