प्रतीकात्मक तस्वीर
जयपुर। दिवाली पर आतिशबाजी के दौरान पटाखों से झुलसकर बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए। स्थिति यह रही कि एसएमएस अस्पताल में दो दिन में 200 से अधिक झुलसे मरीज इलाज के लिए पहुंचे। इनमें दो मरीजों के हाथ बुरी तरह झुलसने के कारण काटने पड़े। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, इमरजेंसी में 110 मरीज पहुंचे, जिनमें से 19 को गंभीर झुलसने पर भर्ती किया गया।
बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी विभाग की ओपीडी में 46 मरीज पहुंचे, जिनमें से 5 को भर्ती किया गया, इनमें एक बच्चा भी शामिल है। इसी प्रकार नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में 53 मरीज पहुंचे, जिनमें दो की स्थिति गंभीर होने पर भर्ती किया गया। 21 लोग आई ओपीडी में भर्ती हैं, उनमें ज्यादातर की आंखों में भारी नुकसान है।
कुछ के आंखों की रोशनी जाने की आशंका भी है। ट्रॉमा सेंटर में भी दो मरीज गंभीर अवस्था में पहुंचे, जिनके हाथ पूरी तरह झुलस जाने के कारण उन्हें खोना पड़ा। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, इमरजेंसी और ट्रॉमा दोनों ही विभागों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीमें लगातार उपचार में जुटी हैं।
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वहीं जोधपुर के ओसियां तहसील के बिरसालू गांव में पटाखे फोड़ने के जुगाड़ में आग लगने से एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। जानकारी के अनुसार बिरसालू गांव निवासी ओमाराम की जलने से मृत्यु हुई है। गांव में पटाखे फोड़ने के लिए ग्रामीणों ने एक जुगाड़ बनाया था। उससे पटाखे फोड़ने के दौरान सोमवार रात आग लग गई। जिससे ओमाराम झुलस गया। उसे गंभीर हालत में मथुरादास माथुर अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
Published on:
21 Oct 2025 05:40 pm
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