दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई ( File Photo Patrika )
CG Weather Update: इस वर्ष शुरूआत में बारिश नहीं होने से किसानों को चिंता में डाल दिया था। इसके बाद भादो क्वांर में हुई बारिश ने कोटा पूरा करते हुए औसत से 23 प्रतिशत ज्यादा पर ला दिया। ( CG News ) अब जिले से मानसून 16 अक्टूबर को पूरी तरह से विदाई ले ली।
इस वर्ष जून-जुलाई से शुरू हुई मानसून ने किसानों व आम लोगों की चिंता बढ़ा दी गई थी। क्योंकि जिले में बारिश हो ही नहीं रही थी। इससे किसान फसल लगा नहीं पा रहे थे। आम लोगों गर्मी से व्याकुल थे। पानी का सीधा असर खेती किसानी पर पड़ी। किसान खेती से पिछड़ गए। फिर भादो व क्वांर की जाते-जाते मानसून थोड़ा सक्रिय हुआ, मानसून ने औसत बारिश के आंकड़ा को पार कर दी।
आंकड़ों के अनुसार इस साल एक जून से अब तक 1354.9 मिमी बारिश हुई है। जबकि इस अवधि में औसत बारिश 1104.3 मिमी है। माने दस साल की औसत बारिश से इस वर्ष 23 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। इस साल मानसून ने लोगों को भारी परेशानी किया। कई बार मानसून ब्रेक की स्थिति बनी। इसलिए किसान काफी परेशान हुए। जून, जुलाई में अनुमान के मुताबिक बारिश नहीं होने के कारण धान फसल को काफी नुकसान पहुंचा।
उन किसानों को ज्यादा दिक्कत आई, जिन्होंने पहले धान की बोनी शुरू कर दी थी। देर से बोनी करने वाले किसानों को अगस्त सितंबर की बारिश से लाभ मिला। इस बार धान की फसल अच्छी पैदावार होने की उम्मीद किसान जता रहे है। इसके बाद सितंबर के अंतिम व अक्टूबर लगते ही बारिश नहीं होने से आम लोग उमस भरी गर्मी से भारी परेशान हो रहे है। 16 अक्टूबर को मौसम विभाग ने जिले से मानसून विदाई की विधिवत घोषणा कर दी है।
मौसम विभाग के अनुसार अभी फिलहाल जिले में बारिश के लिए कोई तगड़ा सिस्टम सक्रिय नहीं है। इसलिए बारिश की संभावना नहीं है। वर्तमान दिन छोटा होने से रात में ठंड का अहसास हो रहा है। इस माह तेज ठंड पडऩे की संभावना नहीं है। ऐसे में लोगों को राहत मिलने की संभावना है। दिसंबर में ही इस बार तेज सर्दी की संभावना जताई जा रही है।
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया मानसून का विदाई जांजगीर-चांपा जिले सहित पूरे देश में 15 अक्टूबर को हो गया है। आगे फिलहाल जिले में बारिश की संभावना नहीं है। दिवाली के बाद ठंड का अहसास शुरू होगा।
Published on:
17 Oct 2025 07:00 pm
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