जालोर। अच्छी बारिश से जलस्रोतों में पानी की भरपूर आवक हो रही है। पड़ौसी जिले सिरोही में अच्छी बारिश से लगातार 10वें दिन भी जवाई नदी में बहाव जारी रहने से किसानों के चेहरे खिले नजर आ रहे हैं। बुधवार शाम को अचानक से मौसम में आए बदलाव के बाद मूसलाधार बारिश से सड़कों पर वेग से पानी का बहाव हुआ। निचले इलाकों में पानी का भराव हो गया।
रात में सर्वाधिक 38 मिलीमीटर बारिश आहोर में दर्ज की गई। इसके अलावा जालोर में 22, सायला में 4, भीनमाल में 4, बागोड़ा में 7, जसवंतपुरा में 21, रानीवाड़ा में 1 और भाद्राजून में 5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इस तरह जिले में 566 मिलीमीटर औसत बारिश की तुलना में इस बार अब तक 577 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है।
4 सितंबर शाम 5 बजे तक जवाई बांध का गेज 58.40 फीट दर्ज किया गया। जवाई बांध में कुल 6586.40 एमसीएफटी पानी मौजूद है। जवाई बांध में भराव क्षमता के मुकाबले 89.88 फीसदी पानी मौजूद है। पानी की आवक 1777 क्यूसेक है। बांध में पानी की आवक लगातार हो रही है।
जवाई बांध के गेट अक्सर तभी खुले, जब बाढ़ के हालात मौजूद थे। 1973, 1975, 1990, 1992, 1994, 2006, 2016, 2017 व 2023 में भारी बारिश हुई और जालोर में बाढ़ आई। 1973 से 2023 की अवधि में जवाई के गेट 9 बार खुले और इन्हीं वर्षों में जालोर में बाढ़ की स्थिति और ज्यादा बिगड़ी।
पिछले 63 साल की बात करें तो वर्ष 2016 में सर्वाधिक 999 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा 1961 में 617, 1973 में 851, 1975 में 824, 1976 में 632, 1977 मेें 665, 1983 में 699, 1990 में 994, 1992 में 819, 1994 में 676, 1997 में 743, 2003 में 594, 2006 में 791, 2010 में 783, 2011 में 676, 2013 में 608, 2015 में 744, 2017 में 840, 2020 में 752, 2022 में 601, 2023 में 787 और 2024 में 692 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो औसत से अधिक थी।
इसी अवधि में 1962 में 207, 1963 में 296, 1966 में 214, 1968 मं 101, 1969 में 125, 1971 में 296, 1974 में 138, 1980 में 181, 1986 में 184, 1987 में 91, 1991 में 154, 1999 में 145, 2002 में 171, 2009 में 189, 2018 में 146 मिलीमीटर बारिश हुई।
संबंधित विषय:
Published on:
05 Sept 2025 01:11 pm