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प्रेगनेंट सर्विस जॉब के नाम पर ठगी का खेल, सोशल मीडिया पर महिला बोली ’25 लाख दूंगी, मुझे प्रेग्नेंट कर दो’

Fake Pregnancy Offers: लालच का जाल, लाखों की ठगी, बिहार से शुरू हुआ खेल राजस्थान होते हुए पुणे तक पहुंचा।

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जयपुर

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MOHIT SHARMA

Nov 02, 2025

मोहित शर्मा

Cyber Fraud India: जयपुर. सोशल मीडिया की चकाचौंध में छिपा एक काला जाल पूरे देश को निगल रहा है। All India Pregnant Job Service के नाम से चलने वाला यह शर्मनाक साइबर स्कैम पुरुषों के लालच का फायदा उठाकर लाखों रुपए की ठगी कर रहा है। फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर वायरल होने वाले फर्जी विज्ञापनों में लिखा होता है: "नि:संतान महिलाओं को प्रेग्नेंट करो, 25 लाख रुपए कमाओ।"

लालच में फंसकर बेरोजगार युवा रजिस्ट्रेशन फीस (5-10 हजार), 'मेडिकल टेस्ट' (50 हजार) या 'ट्रेनिंग' (1-2 लाख) के नाम पर पैसे ट्रांसफर कर देते हैं। पैसे मिलते ही ठग गायब! पुलिस के अनुसार, यह घोटाला बिहार के नवादा को केंद्र बनाकर 2022 के अंत से सक्रिय हुआ। 2024-25 में विस्फोटक रूप से फैला। अब तक करीब 25 रिपोर्टेड केस देशभर में सामने आ चुके हैं, लेकिन वास्तविक संख्या ज्यादा हो सकती है। कई पीडि़त तो शर्मिंदगी के डर से चुप हैं।

स्कैम की काली हकीकत: लालच से शुरू, ठगी पर खत्म

यह सुनियोजित फ्रॉड है, जहां ठग फर्जी महिलाओं की तस्वीरें और वीडियो इस्तेमाल करते हैं। विज्ञापन में 'लडक़ी' कहती नजर आती है: "मुझे प्रेग्नेंट करो, 25 लाख दूंगी।" संपर्क करने पर वे 'वेरिफिकेशन', 'सिक्योरिटी डिपॉजिट' या 'ट्रेनिंग फीस' मांगते हैं। पैसे यूपीआई या फर्जी अकाउंट्स में ट्रांसफर होते हैं, फिर नंबर ब्लॉक।

ठगों का नेटवर्क बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र तक फैला है, जो फर्जी ऐप्स और बैंक अकाउंट्स का सहारा लेते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बेरोजगारी और सोशल मीडिया की लत ने इसे हवा दी। साइबर विशेषज्ञ ने कहा, "यह स्कैम मानसिक स्वास्थ्य को भी चोट पहुंचाता है। पीडि़तो को काउंसलिंग की जरूरत है।

स्पेसिफिक केस: ठगी की दर्दनाक कहानियां

  • बिहार 2022: बिहार के नवादा को केंद्र बनाकर 2022 के अंत में यह गिरोह सक्रिय हुआ।
  • भरतपुर (डीग),अगस्त 2024 तत्कालीन आईजी राहुल प्रकाश के निर्देश पर 'एंटी वायरस कैंपेन' में गोपालगढ़ थाना पुलिस ने 5-6 अगस्त को छापा मारा। 3 ठग गिरफ्तार । ठगों ने फर्जी वीडियो से '25-35 लाख' का लालच दिया। मेवात बॉर्डर से संचालित गिरोह ने लाखों ठगे।
  • बिहार (जनवरी 2025) नवादा में साइबर पुलिस ने 3 ठग पकड़े। इन्होंने '10 लाख कमाओ' का लालच दिया। गिरोह ने महिलाओं के फर्जी वीडियो से युवाओं को फंसाया। दर्जनों पीड़ित थे। नवादा को 'साइबर क्राइम का हॉटबेड' कहा जाता है, जहां से यह जाल पूरे देश में बिछा।
  • पुणे (अक्टूबर 2025) हाल ही एक 44 वर्षीय ठेकेदार ने फेसबुक पर विज्ञापन देखा। '25 लाख का ऑफर' मानकर 11 लाख गंवाए। बाणेर पुलिस स्टेशन में एफआईदर्ज। केस वायरल। ठगों ने 'मेडिकल टेस्ट' का बहाना बनाया।

सतर्कता ही हथियार, पुलिस ने चेतावनी दी

फर्जी ऑफर पर कभी पैसे न दें। साइबर थाने में तुरंत शिकायत करें। हेल्पलाइन 1930 पर जानकारी दें। साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि मजबूत साइबर लॉ और जागरूकता से इसे रोका जा सकता है। लेकिन जब तक लालच रहेगा, ठगों का बाजार गर्म। जागें, सावधान रहें-अन्यथा यह जाल और फैलेगा।