Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Rajasthan Politics: कांग्रेस जिलाध्यक्ष बनने की दौड़ में कई MLA भी शामिल, नवंबर में हो सकती है घोषणा; लिस्ट में ये नाम शामिल

Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस में संगठन को मजबूत करने के लिए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।

2 min read
Google source verification
Rajasthan Congress

फोटो- पत्रिका नेटवर्क

Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस में संगठन को मजबूत करने के लिए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत राहुल गांधी के फॉर्मूले पर आधारित इस प्रक्रिया में 50 में से 48 जिलों के लिए जिलाध्यक्षों के पैनल तैयार कर लिए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, इन पैनलों की स्क्रूटनी चल रही है और जल्द ही अंतिम सूची राहुल गांधी के पास मंजूरी के लिए भेजी जाएगी।

माना जा रहा है कि 30 अक्टूबर या नवंबर 2025 के पहले सप्ताह तक जिलाध्यक्षों की घोषणा हो सकती है। बारां और झालावाड़ जिलों के पैनल उपचुनाव के कारण अभी तैयार नहीं किए गए हैं और इनका चयन उपचुनाव के बाद होगा।

लंबी चर्चा के बाद तैयार हुए पैनल

कांग्रेस के पर्यवेक्षकों ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में बैठकें आयोजित कर जिलाध्यक्षों के लिए पैनल तैयार किए हैं। ज्यादातर जिलों में प्रत्येक पैनल में 6 नेताओं के नाम शामिल हैं, हालांकि कुछ जगहों पर इससे कम नाम भी हैं। इन पैनलों में वर्तमान जिलाध्यक्षों, विधायकों, पूर्व विधायकों और हारे हुए उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं।

खास बात यह है कि पर्यवेक्षकों ने अपने फीडबैक के आधार पर कुछ ऐसे नेताओं के नाम भी जोड़े हैं, जिन्होंने स्वयं आवेदन नहीं किया था। अब इन पैनलों में से सिंगल नाम का चयन कर राहुल गांधी को अंतिम मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।

दिल्ली में हुई हाईलेवल बैठक

दिल्ली में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और पर्यवेक्षकों ने कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ विस्तृत चर्चा की। इस बैठक में प्रत्येक जिले के पैनल पर गहन विचार-विमर्श हुआ। अब हर जिले के लिए सिंगल नाम का पैनल तैयार किया जा रहा है, जिसे राहुल गांधी की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। राहुल गांधी के साथ एक-दो दौर की बैठकों के बाद नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा।

बड़े नेताओं के समर्थकों की दावेदारी

जिलाध्यक्षों के पैनल में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट और गोविंद सिंह डोटासरा के समर्थकों के नाम शामिल हैं। पायलट खेमे ने भी हर जिले में मजबूती से दावेदारी पेश की है। कुछ मौजूदा जिलाध्यक्षों को दोबारा मौका मिल सकता है, जबकि महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर भी जोर दिया जा रहा है।

पैनल में शामिल कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं-

जयपुर ग्रामीण पूर्व: राजेंद्र यादव, गोपाल मीणा, मनीष यादव
जयपुर ग्रामीण पश्चिम: विद्याधर सिंह चौधरी, बाबूलाल नागर, हरसहाय यादव
दौसा: कमल मीणा, ममता भूपेश, डीसी बैरवा
अलवर: योगेश मिश्रा, श्वेता सैनी, अजीत यादव
कोटा शहर: राखी गौतम, नईमुद्दीन गुड्डू, रवींद्र त्यागी
उदयपुर शहर: फतेह सिंह राठौड़, पंकज शर्मा, हितांशी शर्मा
बीकानेर शहर: अनिल कल्ला, मदन गोपाल मेघवाल, यशपाल गहलोत
हनुमानगढ़: शबनम गोदारा, पवन गोदारा, कृष्ण नेहरा

संगठन में दबदबे की जंग?

जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के बाद यह स्पष्ट होगा कि संगठन में किस नेता का प्रभाव अधिक रहेगा। गहलोत, पायलट और डोटासरा के समर्थकों के बीच संतुलन बनाना कांग्रेस हाईकमान के लिए चुनौती होगा। पैनलों में विधायकों और पूर्व विधायकों के नाम भी शामिल हैं।

कांग्रेस इस बार संगठन में महिलाओं और युवाओं की भागीदारी बढ़ाने पर विशेष ध्यान दे रही है। कई जिलों में महिला नेताओं के नाम पैनल में शामिल किए गए हैं, जैसे दौसा में ममता भूपेश, अलवर में श्वेता सैनी और उदयपुर में हितांशी शर्मा।