
MP Indore BJP executive committee announced (फोटो सोर्स : सोशल मीडिया)
MP BJP:इंदौर भाजपा शहर अध्यक्ष सुमित मिश्रा की नगर कार्यकारिणी(BJP Executive Committee) की मंगलवार को घोषणा हो गई। गुटीय संतुलन बनाने का दावा करते हुए कार्यकारिणी बनाई है। इसमें सुधीर कोल्हे, कैलाश पिंपले और महेश कुकरेजा को महामंत्री बनाया गया। कई चौंकाने वाले नाम भी रहे, वहीं सभी को एडजस्ट करने के लिए सह प्रभारी भी बनाए गए। घोषणा के बाद शाम को भाजपा कार्यालय पर जश्न भी मना। प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल की सहमति से बनी कार्यकारिणी की घोषणा होने के साथ एक गुट ने भाजपा कार्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन भी किया।
कार्यकारिणी में सभी गुटों को स्थान देते हुए 8 उपाध्यक्ष, 3 महामंत्री, 8 मंत्री बनाए गए जिन्हें महामंत्री बनाने को लेकर दबाव था, उन्हें उपाध्यक्ष पद देकर एडजस्ट किया गया। कार्यकारिणी में सुमित मिश्रा के नजदीकियों को अच्छा स्थान दिया। विधानसभा 1, 2, 3 को ज्यादा महत्व मिला। सांसद शंकर लालवानी, मंत्री तुलसी सिलावट व महापौर पुष्यमित्र भार्गव से जुड़े नाम भी शामिल हुए।
8 उपाध्यक्ष पद पर नियुक्ति हुए नेताओं में बक्शी व नया चेहरा डॉ. दिप्ती जहां विधायक रमेश मेंदोला से जुड़े हैं, वहीं राकेश शर्मा का नाम सत्यनारायण सत्तन ने बढ़ाया। वासुदेव पाटीदार जहां विधायक महेंद्र हार्डिया से जुड़े हैं, वहीं गौतम शर्मा विधायक मधु वर्मा से हैं। दीपेंद्र सोलंकी का नाम विधायक गोलू शुक्ला से जुड़ा है। महामंत्री पद के लिए पूर्व विधायक जीतू जिराती ने नीलेश चौधरी का नाम बढ़ाया, लेकिन उन्हें स्थान नहीं मिला। मेंदोला समर्थक सुधीर कोल्हे, विधायक महेंद्र हार्डिया समर्थक कैलाश पिंपले व विधायक मालिनी गौड़ समर्थक महेश कुकरेजा महत्वपूर्ण महामंत्री पद पाने में सफल रहे।
भाजपा नगर कार्यकारिणी(MP BJP) में तुलसी सिलावट समर्थक अजय शर्मा को मंत्री बनाया गया। मंत्री पद में स्वाति काशिद का नाम है। समाजसेवा में सक्रियता के चलते मंत्री बनाने का दावा है। स्वाति परदेशीपुरा थाना क्षेत्र के युवराज उस्ताद की पत्नी हैं। युवराज पर दो हत्या के आरोप रहे हैं। 2020 में रासुका की कार्रवाई भी हुई है। वह मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला गुट से जुड़ा है। पिछले निगम चुनाव में भाजपा ने स्वाति को वार्ड 56 से पार्षद का टिकट दिया था, लेकिन विरोध हुआ तो तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने टिकट वापस लेकर गजानंद गावड़े को दे दिया। 2022 में भाजपा ने यह कदम उठाया था, अब फिर मंत्री पद देने पर सवाल उठ रहे हैं।
Published on:
29 Oct 2025 11:01 am
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