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Insomnia and Mental Health : आप भी कम सोते हैं! हो सकती है मानसिक बीमारी, एक्सपर्ट्स ने बताए बचाव के आसान उपाय

Insomnia and Mental Health: कम नींद लेना सिर्फ थकान ही नहीं, बल्कि डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी मानसिक बीमारियों का कारण बन सकता है। एक्सपर्ट्स ने बताए आसान और प्रभावी तरीके सही नींद पाने के लिए।

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भारत

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Dimple Yadav

Nov 02, 2025

Insomnia and Mental Health

Insomnia and Mental Health (photo- gemini ai)

Insomnia and Mental Health: नींद हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लगातार कम नींद लेना सिर्फ थकान ही नहीं बल्कि मानसिक बीमारी का भी कारण हो सकती है? दरअसल बेंगलुरु के एक मिडिल-एज्ड व्यक्ति की कहानी इस बात को अच्छे से दर्शाती है।

इस शख्स को शुरुआत में सिर्फ रातों की बेचैनी थी, लेकिन धीरे-धीरे यह उसकी पूरी जिंदगी पर प्रभाव डालने लगी। रोजाना दो घंटे से भी कम नींद लेने के कारण उसकी आंखों में जलन होने लगीं, ऊर्जा खत्म हो गई और मानसिक दबाव इतना बढ़ा कि वह नौकरी भी नहीं कर पाया। लेकिन थैरेपी के जरिए धीरे-धीरे हालत में सुधार हुआ। तो आइए जानते हैं क्या कहती है स्टडी।

क्या कहती है स्टडी

यह केस हाल ही में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज (NIMHANS) के पायलट स्टडी में सामने आई थी। इस स्टडी में पाया गया कि नींद की गुणवत्ता सुधारने से मानसिक स्वास्थ्य में भी खासा फर्क पड़ सकता है, खासकर डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी आम मानसिक समस्याओं में अधिक देखने को मिला।

नींद शारीरिक सेहत का एक मुख्य हिस्सा

इस स्टडी की रिसर्चर जेमिमा ए. जॉनसन के मुताबिक नींद सिर्फ एक साइने नहीं है बल्कि यह हमारी मानसिक और शारीरिक सेहत का एक मुख्य हिस्सा है। उन्होंने बताया कि नींद की जांच सिर्फ उसकी लंबाई से नहीं करनी चाहिए, बल्कि छह पहलुओं पर ध्यान देना जरूरी है नींद का नियमित होना, संतुष्टि, अलर्टनेस, समय, एफिशियंसी और अवधि।

कैसे कर सकते हैं सुधार

स्टडी में 18 से 59 साल के उन लोगों को शामिल किया गया जो नींद की दिक्कत और मानसिक समस्याओं से जूझ रहे थे। 8 से 10 सत्रों वाले थेरेपी प्रोग्राम में नींद और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी आदतों और सोच पर काम किया गया। नतीजे बताते हैं कि इस थैरेपी से न केवल नींद बेहतर हुई, बल्कि चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याओं में भी सुधार हुआ। एक्सपर्ट्स का कहना है कि नींद को जबरदस्ती करने की कोशिश करना उल्टा असर डाल सकता है। इसे प्राकृतिक प्रक्रिया मानकर धीरे-धीरे सुधार लाना सबसे बेहतर तरीका है।

कैसे रखें नींद सही

सोने से कम से कम 1 घंटा पहले आराम करें। हल्की स्ट्रेचिंग या गर्म पानी से नहाना मदद करता है। कमरे की लाइट को धीमा करें और मोबाइल, टीवी जैसी स्क्रीन से दूरी बना कर रखें। पढ़ाई या हल्का रीडिंग करना नींद लाने में मदद कर सकता है। नियमित समय पर सोने और जागने की आदत डालें। स्टडी के बाद रिसर्चर्स अब इसे और बड़े पैमाने पर टेस्ट करने की योजना बना रहे हैं। अगर आप भी लगातार कम सो रहें हैं, तो इसे हल्के में न लें। सही समय पर नींद लेना और छोटे-छोटे बदलाव करना आपकी मानसिक और शारीरिक सेहत के लिए बहुत जरूरी है।