
Healthy Brain Habits
Healthy Brain Habits: 80 की उम्र में भी 50 जैसी याददाश्त ऐसा सोचना थोड़ा हैरान कर सकता है। लेकिन ये सच है। आम तौर पर उम्र बढ़ने के साथ याददाश्त कमजोर होने लगती है। नई चीजें याद करना मुश्किल हो जाता है, सोचने की क्षमता भी धीमी पड़ने लगती है और दिमाग का कुछ हिस्सा सिकुड़ने वगता है। लेकिन कई ऐसे सुपर एजर लोग हैं जिनमें यह बदलाव बहुत कम या बिल्कुल नहीं होता है। कुछ सुपर एजर में अल्जाइमर के संकेत भी मिलते हैं, लेकिन उनका दिमाग बिना किसी कमी के काम करता रहता है। तो आइए जानते हैं कैसा होता है सुपर एजर का दिमाग।
नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने पाया कि सुपर एजर के दिमाग में दो खास गुण पाए जाते हैं। रेजिस्टेंस (Resistance) दिमाग में हानिकारक प्रोटीन जमा नहीं होने देता है। रेजिलियंस (Resilience) अगर जमा भी हो जाए, तो दिमाग उसके प्रभाव को असानी से झेल लेता है। सुपर एजर के दिमाग की बनावट युवा जैसी ही होती है। खासकर कोर्टेक्स मोटा और स्वास्थ्यपूर्ण होता है। उनके दिमाग में अधिक वॉन इकोनोमॉ न्यूरॉन्स और बड़े एंटोरहिनल न्यूरॉन्स पाए जाते है, जो याददाश्त और सामाजिक व्यवहार में मदद करता हैं।
वैज्ञानिकों ने पाया कि सुपर एजर के जीवन में कुछ आदतें आम होती हैं। सामाजिक जुड़ाव दोस्तों और परिवार के साथ नियमित संपर्क, सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा लेना। साथ ही मानसिक सक्रियता नई चीजें सीखना, पढ़ाई, दिमागी खेल खेलना। शारीरिक स्वास्थ्य और एक्टिविटी नियमित व्यायाम और सामान्य स्वास्थ्य पर ध्यान रखना शामिल है।
हर कोई सुपर एजर नहीं बन सकता है, लेकिन यह शोध बताता है कि उम्र के साथ याददाश्त कमजोर होना तय नहीं है। सामाजिक जुड़ाव बनाए रखना, दिमाग को सक्रिय रखना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना उम्र बढ़ने के बावजूद दिमाग को जवान रखने में मदद कर सकता है। तो अगर आप चाहते हैं कि आपकी याददाश्त सही तरीके ले बनी रहे और दिमाग तेज रहे, तो अभी से छोटी-छोटी अच्छी आदतें अपनाना शुरू कर सकते हैं। याददाश्त को मजबूत बनाना अब सिर्फ सपना नहीं, बल्कि हकीकत हो सकता है।
Published on:
02 Nov 2025 02:45 pm
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