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एनओसी दिखाकर बेचा सपना, बाद में मिला धोखा, ईस्ट पार्क के बीच से निकाल दिया रास्ता, जंगलात की जमीन भी दबाई

ओहदपुर हल्के में नियोटेरिक कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (जीएलआर रियल एस्टेट समूह) ईस्ट पार्क एवेन्यू टाउशिपन विकसित की। इस टाउनशिप में शहर के करोड़पतियों को सभी एनओसी दिखाई गई और गेटबंद कॉलोनी भी बताई।

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The township was sold under the false pretense of being within the four-walled boundary. Residents also complained about the fraudulent activities in the East Pak Avenue project.

The township was sold under the false pretense of being within the four-walled boundary. Residents also complained about the fraudulent activities in the East Pak Avenue project.

Neoteric Construction Private Limited ओहदपुर हल्के में नियोटेरिक कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (जीएलआर रियल एस्टेट समूह) ईस्ट पार्क एवेन्यू टाउशिपन विकसित की। इस टाउनशिप में शहर के करोड़पतियों को सभी एनओसी दिखाई गई और गेटबंद कॉलोनी भी बताई। इस सब्ज बाग के झांसे में आ गए और प्लॉट व मकान खरीदे। जब इस टाउनशिप में रहने पहुंचे तो धोखे का अहसास हुआ। गेटबंद कॉलोनी से दूसरी कॉलोनी का रास्ता निकाल दिया, जिसको लेकर रहवासियों को आंदोलन करना पड़ा। जो जगह खुली बताई थी, वहां पर निर्माण भी कर दिया। जंगलात के दो सर्वे नंबर भी दबा लिए और इन सर्वे नंबर की जमीन की कीमत करोड़ों में है। जंगलात के सर्वे नंबर की फाइल न खुल जाए, उसको लेकर भी लोग चिंतित है। वहीं दूसरी ओर जंगलात के सर्वे नंबर में हेराफेरी की जांच और नजूल एनओसी निरस्त के लिए प्रशासन के पास शिकायत भी की है।

दरअसल ओहदपुर के भाव आसमान छू रहे हैं। यहां पर एक बीघा जमीन की कीमत करोड़ों रुपए में है। निजी भूमि से जंगल भी लगा हुआ है। धीरे-धीरे करके पहाडों को खोद दिया। जंगलात की जमीन को टाउनशिप में मिला लिया गया। जब जंगलात की जमीन को खुर्दबुर्द करने की शिकायतें पहुंची तो जांच पूरी नहीं हो सकी हैं। ईस्ट पार्क में लोगों के साथ हुए धोखे पर नियोटेरिक के संचालक राहुल गुप्ता का पक्ष लेने के लिए दस्तावेज भेजे, लेकिन उनका कोई जवाब नहीं मिला।

रहवासियों से इस जमीन को लेकर था विवाद

- ईस्ट पार्क एवेन्यू ओहदपुर के सर्वे क्रमांक 345, 347, 348, 354 पर बसी हुई है। इस टाउनशिप को चारों ओर से बाउंड्रीवॉल से कवर किया गया है। इसे रहवास के हिसाब से काफी सुरक्षित बताया गया।

- अंदर की स्थिति देखने के बाद लोगों प्लॉट खरीदे। जब पूरी टाउनशिप बस गई तो सर्वे क्रमांक 353 के लिए रास्ता खोल दिया गया। दीवार तोड़ दी। नियम के अनुसार दूसरी टाउनशिप के लिए रास्ता नहीं दिया जा सकता है। बिल्डर की मनमानी के चलते लोगों की सुरक्षा ताक पर रख दी।

- सर्वे क्रमांक 353 जंगलात का है। जंगलात की जमीन पर टाउनशिप विकसित की जा रही है।

- ईस्ट पार्क में जो सपना बेचा गया था, उसमें लोगों को धोखा मिला। वर्ष 2022 में ईस्ट पार्क में हुए फर्जीवाड़े टीएंडसीपी में सुनवाई भी हुई।

ईस्ट पार्क इन सर्वे नंबर पर बसा

सर्वे क्रमांक रकबा 1940 की स्थिति

345 1.17 बीघा जंगलात

347 1.15 बीघा जंगलात

348 9.9 बीघा अशासकीय

354 6.8 बीघा अशासकीय

जंगलात के सर्वे नंबर की शिकायत की जांच तहसीलदार कर रहे हैं। जो भी रिपोर्ट आएगी, उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

अतुल सिंह, एसडीएम

- ओहदपुर के सर्वे नंबर का रिव्यू कराएंगे। यदि जंगलात की जमीन पर अतिक्रमण मिलता है तो मामले में कार्रवाई की जाएगी।

अंकित पांडे, डीएफओ