- खाद्य सामग्री में मिलावट के चलते ग्राहक मावा मिठाई से बना रहे दूरी
- बेसन लड्डू, चमचम, इमरती, सोन पपड्ी भा रही
धौलपुर. त्योहारी सीजन पर मावे की भारी डिमांड और आपूर्ति कम होने के बाद भी दुकानों पर मावा से निॢमत मिठाइयों खूब बन रही हैं। उधर, शहर समेत जिलेभर में खाद्य पदार्थों में मिलावट कर बेचने वालों पर स्वास्थ्य विभाग ने डंडा चला दिया है। लगातार सैंम्पल भरे जा रहे हैं। हालांकि, इन सैम्पलों की रिपोर्ट त्योहार के बाद आएगी, जब तक मिठाई लोग खा चुके होंगे। नतीजा अगर रिपोर्ट खराब आई मिठाई खाने वाले के लिए चिंता का सबब हो सकती है। यानी स्वास्थ्य के लिए दिक्कत सामने आ सकती है। वहीं, दीपावली त्योहार पर मिठाई का खासा चलन है। पूजन कार्यक्रम में मिठाई अवश्यक होती है। ऐसे में शहर में भी दुकानदार दो-तीन से लगातार मिठाई बनवाने में लगे हैं। यहां कारीगर लगातर जुटे हुए हैं। लेकिन मिलावटी की आ रही खबरों के चलते लोगों में अब ट्रेंड बदला है। वह मिठाई के साथ ड्राई फ्रूटस, चाकलेट, नमकीन और मिठाई में बेसन लड्डू, चमचम, इमरती, सोन पपड्ी खासा पंसद कर रहे हैं। दुकानदार मनीष गोयल ने बताया कि लोग अब कम मीठे वाली मिठाई को पसंद कर रहे हैं। कुछ लोग ड्राई फ्रूटस को तबज्जो देते हैं। लोगों की अलग-अलग च्वाइस है। वहीं, शहर में कई नई दुकानें खुली हैं। यहां पर कई मिठाई के दाम 1 हजार रुपए किलो तक हैं। लेकिन लोग ज्यादातर 300 से 600 रुपए प्रति किलो मिठाई ले जाना पसंद कर रहे हैं।
ड्राई फ्रूटस हर किसी को पसंद
ड्राई फ्रूटस यानी मेवा...जो हर किसी को पसंद है। इसमें बादाम, काजू, अखरोट, पिस्ता, किशमिश, खजूर, अंजीर, खुबानी और आलूबुखारा आदि शामिल हैं। बाजार में ड्राई फ्रूटस के कई पैकेट्स हैं। जिनकी अलग-अलग रेट हैं। साथ ही कुछ कंपनियां मिक्स ड्राई फ्रूटस भी बेच रही हैं। यह लोगों को पसंद आ रहा है। दुकानदार ज्यादातर ड्राई फ्रूटस दिल्ली के मार्केट या फिर दक्षिण भारत से मंगवाते हैं।
सेहत में मददगारड्राई फ्रूट्स
सेहत और एनर्जी दोनों के लिए खासे फायदेमंद होते हैं। लोग इन्हें सुबह नियमित रूप से खाते हैं। साथ ही कुछ लोग मिक्सी में पीस कर पाउडर बना कर सेवन करते हैं। इसमें पहलवान और जिम करने वाले लोग नियमित सेवन करते हैं। हालांकि, ड्राई फ्रूट्स महंगे होने से आम लोगों की पहुंच से दूर हैं।
Published on:
19 Oct 2025 06:50 pm
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