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डॉक्टर 48…बजट 26 लाख…कैसे मिले सभी को सैलरी?

तीन माह से सैलरी के लिए संघर्ष कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों के हाथ अभी तक खाली हैं। अस्पताल प्रबंधन एवं कलक्टर के समक्ष अपनी समस्या रखने और दो घंटे का पैनडाउन करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका। आज रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के सदस्य प्रबंधन से मुलाकात कर मांग पूरी नहीं होने पर हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे हैं। तो वहीं राजमेस ने २६ लाख रुपए का बजट भेज दिया है, लेकिन48 डॉक्टरों में कैसे सैलरी का वितरण हो सकेगा।जिला अस्पताल में कार्यरत रेजिडेंट डॉक्टर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं।

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डॉक्टर 48...बजट 26 लाख...कैसे मिले सभी को सैलरी? Doctors 48...Budget 26 lakhs...How will everyone get salary?

राजमेस ने डिमांड के अनुरूप नहीं भेजा बजट, रेजिडेंट डॉक्टर परेशान

समस्या का समाधान नहीं होने पर हड़ताल पर जाएंगे रेजिडेंट डॉक्टर

धौलपुर. तीन माह से सैलरी के लिए संघर्ष कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों के हाथ अभी तक खाली हैं। अस्पताल प्रबंधन एवं कलक्टर के समक्ष अपनी समस्या रखने और दो घंटे का पैनडाउन करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका। आज रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के सदस्य प्रबंधन से मुलाकात कर मांग पूरी नहीं होने पर हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे हैं। तो वहीं राजमेस ने २६ लाख रुपए का बजट भेज दिया है, लेकिन48 डॉक्टरों में कैसे सैलरी का वितरण हो सकेगा।जिला अस्पताल में कार्यरत रेजिडेंट डॉक्टर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। तीन माह से स्टाइपेंड मिला है और न ही वेतन। जिस कारण डॉक्टरों ने सात दिन पहले सोमवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए दो घंटे का पैन डाउन भी किया था। इस दौरान दौरान इमरजेंसी को छोडक़र सारी सेवाओं का बहिष्कार किया गया था। साथ ही अस्पताल प्रबंधन और कलक्टर को अपनी समस्या से भी अवगत कराया गया था, लेकिन सात दिन बीत जाने के बाद भी डॉक्टरों के हाथ अभी भी खाली हैं। जिस कारण दीपावली के त्योहार पर उनके सामने आर्थिक समस्या आन खड़ी है। जिला अस्पताल सहित एमसीएच में 48 रेजिडेंट डॉक्टर मरीजों की देखभाल कर रहे हैं। जिनमें से लगभी सभी बाहर के रहने वाले हैं। डॉक्टरों को मेडिकल कॉलेज कैम्पस स्थित हॉस्टल अलॉट न होने के कारण वह रेंट पर कमरा लेकर रह रहे हैं। जिनके सामने अब अपना खर्चा चलाने की भी परेशानी खड़ी हो रही है।

26लाख का आया बजट, लेकिन मिला कुछ नहीं

एनबीएमएस ने सैलरी डिमांड समय पर नहीं भेजी और जब भेजी तो वह भी केलकुलेशन के हिसाब से कम यानी एक करोड़ ही भेजी। जिसको दुरुस्त करते हुए दोबारा तीन करोड़ की डिमांड राजमेस के समक्ष पेश की, लेकिन राजमेस ने भी एक करोड़ की डिमांड अनुसार केवल 26 लाख रुपए सेंशन किए, जिसका बजट भी जिला अस्पताल प्रबंधन को मिल चुका है, लेकिन बड़ी बात यह है कि अस्पताल में 48 रेजिडेंट डॉक्टर कार्य कर रहे हैं जिन्हें तीन माह से वेतन नहीं मिला, तो फिर इन 26 लाख रुपए का किस-किस और कैसे बांटी जाएगी? तो वहीं जानकारी के अनुसार अस्पताल प्रबंधन भी इन 26 लाख रुपए को डॉक्टरों के बीच बांटने से आनाकानी कर रहा है।

तो करेंगे अनिश्चतकालीन हड़ताल

रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बंटी सांखला ने बताया कि प्रबंधन के सामने सात दिन पहले भी अपनी समस्याओं का रखा था, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। जिस कारण सभी रेजिडेंट डॉक्टर आहत हैं। आज फिर हम अस्पताल प्रबंधन के सामने अपनी समस्याओं को रखेंगे। अगर जल्द ही हमारी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो हमें अनिश्चतकालीन हड़ताल करने को मजबूर होना होगा। जिसमें सारी सेवाओं का बहिष्कार किया जाएगा। ज्ञात हो कि डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर गत सोमवार को दो घंटे का पेनडाउन रखा था। जिसमें इमरजेंसी को छोडक़र सारी सेवाएं बाधित रही थीं।