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बारकोड स्कैन करते ही सीधे पुलिस से होंगे कनेक्ट, चंद सैकंड में पहुंचेगी आपकी बात

police Innovation : धार पुलिस का इनोवेटिव कदम, डिजिटल युग में जनसंपर्क और सुरक्षा का नया मॉडल। अब मोबाइल से सीधे पुलिस तक पहुंचेगी आपकी बात। बारकोड स्कैन करते ही जुड़ेंगे पुलिस के व्हाट्सएप ग्रुप से, त्वरित मिलेगी मदद।

2 min read

धार

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Faiz Mubarak

Oct 19, 2025

Police Innovation

धार पुलिस का इनोवेटिव कदम (Photo Source- Patrika Input)

Police Innovation :मध्य प्रदेश के धार वासियों को अब किसी घटना या अवैध गतिविधि की जानकारी देने के लिए थाने का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। स्थानीय पुलिस ने जनता से सीधा संपर्क साधने की अनोखी पहल की है। शहर के मुख्य बाजार और जिला अस्पताल में बारकोड फ्लैक्स लगाए गए हैं। मोबाइल से बारकोड स्कैन करते ही कोई भी व्यक्ति सीधे पुलिस के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ जाएगा, जहां शिकायत, सुझाव या सूचना साझा की जा सकती है।

ये पहल नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) सुजावल जग्गा की सोच का परिणाम है, जिसका उद्देश्य सोशल पुलिसिंग को मजबूती देना है। अब किसी भी व्यक्ति को थाने जाने की आवश्यकता नहीं, बस मोबाइल से स्कैन कर सीधे पुलिस तक अपनी बात पहुंचाई जा सकती है। धार पुलिस की ये पहल डिजिटल युग में जनसंपर्क और सुरक्षा का नया मॉडल साबित हो सकती है। अब अपराध पर नियंत्रण से लेकर जनता की सुरक्षा तक दोनों में ये 'बारकोड पुलिसिंग' अहम भूमिका निभाएगी।

अस्पताल और बाजार से हुई शुरुआत

दो दिन पहले पुलिस अधिकारियों ने जिला अस्पताल परिसर में पहला फ्लैक्स लगाया। मरीजों के परिजन और महिला सुरक्षा गार्ड ने इसका उपयोग कर पुलिस से जानकारी साझा की। कोतवाली थाना प्रभारी समीर पाटीदार ने मौके पर लोगों को समझाया कि वे किसी अवैध कार्य, संदिग्ध गतिविधि या दुर्घटना की सूचना तुरंत इस माध्यम से पुलिस को दे सकते हैं। जल्द ही शहर के अन्य प्रमुख बाजारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी बारकोड फ्लैक्स लगाए जाएंगे।

गोपनीयता और सुरक्षा दोनों सुनिश्चित

कोतवाली टीआई पाटीदार ने बताया कि इस व्यवस्था से पुलिस को न केवल शिकायतें बल्कि तस्वीरें, वीडियो और साक्ष्य भी मिल सकेंगे। इससे जांच तेज होगी और अपराधियों की पहचान आसान बनेगी। सीएसपी जग्गा ने बताया कि इस ग्रुप के माध्यम से पुलिस साइबर फ्रॉड से बचाव, सुरक्षा दिशा-निर्देशों और शहर की उपयोगी जानकारी भी साझा करेगी।

ये होंगे बड़े फायदे

-शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रहेगी
-मोबाइल से सीधा संपर्क संभव
-तुरंत मदद और त्वरित कार्रवाई
-सूचना सीधे जिम्मेदार अधिकारी तक पहुंचेगी
-फोटो और वीडियो साक्ष्य से अपराधियों की पहचान में मदद