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CG News: आयुष्मान योग में भाईदूज उत्सव, बहनों ने भाइयों को बांधा रक्षा सूत्र और उतारी आरती…

CG News: धमतरी जिले में दीपावली के पांचवें दिन गुरूवार को आयुष्मान योग में भाईदूज (यम द्वितीया) का पर्व परंपरागत ढंग से मनाया गया।

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CG News: आयुष्मान योग में भाईदूज उत्सव, बहनों ने भाइयों को बांधा रक्षा सूत्र और उतारी आरती...(photo-patrika)

CG News: आयुष्मान योग में भाईदूज उत्सव, बहनों ने भाइयों को बांधा रक्षा सूत्र और उतारी आरती...(photo-patrika)

CG News: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में दीपावली के पांचवें दिन गुरूवार को आयुष्मान योग में भाईदूज (यम द्वितीया) का पर्व परंपरागत ढंग से मनाया गया। बहनों ने अपने भाईयों की आरती उतारकर माथे में तिलक किया। रक्षा सूत्र बांधकर उनके दीर्घायु की कामना की। देर शाम को अपने घर के चौखट में यमराज के नाम से चौमुखी दीपक जलाकर परंपरा का निर्वहन किया गया।

शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को भाईदूज का पर्व मनाया जाता है। इस साल गुरूवार को यह पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। महिला मंजूषा निर्मलकर, अनुराधा साहू, मुस्कान देवांगन ने बताया कि भाईदूज का पर्व भाईयों को समर्पित है। यह भाई-बहन के बीच प्रेम, स्नेह को बढ़ाने वाला पर्व है।

CG News: आयुष्मान योग में बहनों ने भाइयों की उतारी आरती

युवती सृष्टि देवांगन, महिमा नेताम, रानी साहू ने बताया कि यम द्वितीया को लेकर मान्यता है कि आज के दिन यजराज अपनी बहन यमुना से मिलने गए थे। माता यमुना ने मस्तक पर तिलक लगाकर, आरती उतारकर उनका स्वागत सत्कार किया। तब से यह पर्व यम द्वितीया के रूप में मनाया जाता है। सोनाक्षी साहू, रीना यादव ने बताया कि उनके कोई भाई नहीं हैं। भगवान श्रीकृष्ण को अपना भाई मानकर उनकी पूजा-अर्चना करती हैं।

पंडित श्रीकांत तिवारी ने बताया कि मान्यता के अनुसार यम द्वितीया का पर्व मनाने से अकाल मृत्यु, भय और सभी प्रकार की पीड़ाओं से मुक्ति मिलती है। यह पर्व हमें अपनी संस्कृति से जोड़े रखती है। साथ ही भाई-बहन के बीच प्रेम के धागे को और अधिक मजबूत करता है। उन्होंने बताया कि पूजा करने के साथ ही भाई को इस दिन पान खिलाना भी शुभ माना जाता है।

मंदिरों में हुआ रामायण पाठ

यम द्वितीया के अवसर पर हटकेशर स्थित नागदेव मंदिर समेत अन्य मंदिरों में श्रीरामचरित मानस का भी पाठ किया गया। इसके अलावा विष्णु सहस्त्रनाम, विष्णु चालीसा व भगवान शिव और भगवान श्रीहरि के विशेष मंत्रों का जाप कर अनुष्ठान किया गया। देर शाम को मंदिर में दीपदान का भी आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल हुए।