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सावन में मानसून जमकर मेहरबान, दौसा में पिछली साल से 30 फीसदी अधिक बारिश, एक और बांध पर चली चादर

इस बार सावन में मानसून जमकर मेहरबान है। गत वर्ष की तुलना में अब तक 30 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है। अभी करीब दो माह और बारिश होने की संभावन है।

दौसा

Anil Prajapat

Aug 01, 2025

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सूरजपुरा बांध पर चलती चादर। फोटो: पत्रिका

दौसा। इस बार सावन में मानसून जमकर मेहरबान है। गत वर्ष की तुलना में अब तक 30 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है। अभी करीब दो माह और बारिश होने की संभावन है। ऐसे में संभावना है कि इस बार औसत से डेढ़ से दो गुना तक बारिश हो जाएगी। दौसा जिले में औसत बारिश 664.92 एमएम है, इसकी तुलना में अब तक 585 एमएम से अधिक (88 प्रतिशत) बारिश हो चुकी है।

गत वर्ष 31 जुलाई तक 57.64 एमएम बारिश हुई थी। वहीं किसी भी बांध में चादर भी नहीं चली थी। इस बार बीते कई दिनों से मोरेल बांध में चादर चल रही है और गुरुवार को सूरजपुरा बांध भी ओवरफ्लो हो गया।

जिला मुख्यालय पर दो दिन से सावन की झड़ी लगी हुई है। गुरुवार सुबह से ही बारिश का दौर लगातार जारी रहा। इसके चलते लोगों की दिनचर्या प्रभावित हुई। करीब साढ़े दस से साढ़े ग्यारह बजे तक झमाझम बारिश हुई।

सूरजपुरा बांध ओवरफ्लो

सूरजपुरा बांध ओवरफ्लो होने के बाद गुरुवार दोपहर चादर चलना शुरू हो गई है। 13 फीट भराव क्षमता वाले सूरजपुरा बांध के समीप ही नमोलाव बांध भी भर गया। अब सूरजपुरा बांध के भरने के साथ ही इसका ओवरफ्लो पानी भांडारेज के आसपास के बांधों में जाएगा। इसके चलते उनके भी भरने की संभावना अब जगने लगी है। उपखंड अधिकारी मूलचंद लूनिया ने अधिकारियों के साथ बांध का निरीक्षण कर सुरक्षा के पुख़्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए। लूनिया ने बताया कि बांध के नजदीक व्यक्तियों को नहीं आने, चेतावनी बोर्ड लगाने और तारबंदी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए।

कई जगह​ सड़कें बनी दरिया

इस दौरान मंडी रोड, बस स्टैण्ड, ओवरब्रिज के नीचे, सुंदरदास मार्ग, मानगंज, लालसोट रोड, महेश्वरा रोड, पुराना शहर, नागौरी पुलिया, अरावली विहार, प्रतीक विहार, सैंथल मोड़, जयपुर रोड, आगरा रोड बायपास सहित कई जगह सडक़ों ने दरिया का रूप ले लिया। शहर के विस्तारित क्षेत्र की कॉलोनियों में पानी भरा रहा। पानी निकासी के अभाव में कई जगह जलभराव होने से लोगों को आवागमन में भी परेशानी झेलनी पड़ी। कई जगह सडक़ें धंसने से हादसे की आशंका बनी हुई है। सर्वाधिक बारिश दौसा में 88 एमएम दर्ज की गई।

इन बांधों में आया पानी

बारिश से दौसा शहर के आसपास के बांधों में पानी की आवक हुई। वर्तमान में मोरेल बांध लबालब है तथा 26 इंच की चादर चल रही है। सूरजपुरा बांध लबालब हो गया है। वहीं माधोसागर 8.5, सैंथल सागर 12, कालाखो 6.9, झिलमिली 11.11, गेटोलाव 5.3, रेडिया डेम 12.1, चांदराना 4, सिनोली 6, जगरामपुरा 1.3, सिंथोली 12.3, दीवांचली 10.5, रामपुरा 2.9, हरिपुरा 2.1, महेश्वरा 4.2, भांकरी 4.11, नामोलाव 7.9, सूरजपुरा 7.6, पापड़दा 2.2, बड़ागांव खेड़ला 2, पावटा 0.8, हुड़ला 1.6 और नाहरखोरा बांध में 1.10 फीट पानी भरा है।