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मैं झूठ नहीं बोलूंगा, हर किसी को डर लगता है… सूर्यकुमार यादव को भी होने लगी कप्तानी जाने की टेंशन

Suryakumar Yadav T20 Captaincy: शुभमन गिल को टेस्‍ट के बाद रोहित शर्मा की जगह अचानक भारतीय वनडे टीम का कप्‍तान भी बना दिया गया है। बीसीसीआई टी20 वर्ल्‍ड कप से पहले उन्‍हें टी20 टीम का भी कप्‍तान बनाना चाहत है, जिससे सूर्यकुमार यादव को कप्‍तानी जाने की चिंता सताने लगी है।

2 min read

भारत

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lokesh verma

Oct 18, 2025

Suryakumar Yadav T20 Captaincy

भारतीय टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव (Photo Credit- IANS)

Suryakumar Yadav T20 Captaincy: टेस्‍ट क्रिकेट के बाद शुभमन गिल को भारतीय वनडे टीम का कप्‍तान भी बना दिया गया है। जब उन्‍हें वनडे टीम की कमान सौंपी गई थी, तभी इस बात की पुष्टि हो गई थी कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) गिल को भी रोहित शर्मा के बाद भारत का अगला ऑल-फॉर्मेट कप्तान बनाना चाहता है। भारत के टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव को भी शायद यही लग रहा होगा। गिल ने 14 महीनों में कोई टी20 मैच नहीं खेला था, फिर भी उन्हें अचानक एशिया कप 2025 के लिए उप-कप्तान बनाया गया। वहीं, अगर भारतीय टीम उनके नेतृत्‍व में वनडे सीरीज में सफल रही तो उन्‍होंने टी20 टीम की कमान भी सौंपी जा सकती है।

सूर्यकुमार यादव को कप्तानी खोने का डर था

अक्‍टूबर की शुरुआत में बीसीसीआई ने पुष्टि की कि शुभमन गिल रोहित शर्मा की जगह भारत के वनडे कप्तान होंगे। किसी को लग सकता है कि रोहित नाखुश थे, लेकिन सूर्यकुमार को जरूर डर लग रहा होगा कि 2026 के टी20 विश्व कप से पहले उन्हें कप्‍तानी से बर्खास्त किया जा सकता है। सूर्यकुमार ने स्वीकार किया है कि एक पल के लिए उन्हें भारत के टी20 कप्तान के रूप में अपनी जगह खोने का डर लगा था, लेकिन इस खबर से घबराने के बजाय, उन्होंने इसे और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरणा का स्रोत बनाने का फैसला किया। सूर्या ने यह भी कहा कि गिल के साथ उनके मैदान पर और मैदान के बाहर अच्छे संबंध हैं, जिससे उन्हें मदद भी मिलती है।

मैं झूठ नहीं बोलूंगा; हर किसी को डर लगता है- सूर्या

सूर्या ने एक्सप्रेस अड्डा से बातचीत में कहा कि मैं झूठ नहीं बोलूंगा; हर किसी को डर लगता है। लेकिन, यह एक ऐसा डर है, जो आपको प्रेरित करता है। शुभमन गिल और मेरे बीच मैदान के अंदर और बाहर दोस्ती है। मैं जानता हूं कि वह किस तरह के खिलाड़ी और इंसान हैं। इसलिए, यह मुझे अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है। मैं उनके लिए बहुत खुश हूं कि वह दोनों प्रारूपों में कप्तान बन गए हैं। उन्होंने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया है।

'सब ठीक हो जाएगा'

बता दें कि सूर्या ने 30 साल की उम्र के बाद अंतरराष्ट्रीय डेब्‍यू किया और जोफ्रा आर्चर का सामना करते हुए अपनी पहली गेंद पर छक्का लगाया। उन्होंने आगे कहा कि अगर मैं इतना डरा हुआ होता, तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहली गेंद भी उस तरह नहीं खेल पाता जैसा मैंने खेला। इसलिए, मैंने उस डर को बहुत पहले ही पीछे छोड़ दिया था। मुझे विश्वास है कि अगर मैं खुद पर कड़ी मेहनत कर रहा हूं और खुद के प्रति ईमानदार रह रहा हूं तो बाकी सब ठीक हो जाएगा।